

रांची। रांची में ईद अल फ़ितर (1446/2025) सोमवार यानी 30 मार्च 2025 को मनाया जाएगा। शौवाल 1446 महीने का अर्धचंद्र आज झारखंड की राजधानी रांची में देखा गया। पूरे भारत में सोमवार को ईद की नमाज पढ़ी जाएगी। दुनियाभर में इस्लाम धर्म को मानने वाले लोग ईद-उल-फितर का त्योहार बड़े ही धूमधाम से मनाते हैं। रमजान महीने के खत्म होते ही शव्वाल की पहली तारीख को ईद मनाई जाती है। इस्लामिक मान्यता के अनुसार ईद मनाने की शुरुआत पैगंबर मुहम्मद ने की थी। ईद रमजान और रोजे के खत्म होने, इस्लाम धर्म में लोगों के बीच एकता और आध्यात्मिक शुद्धि का प्रतीक है। इस दिन लोग महीने भर रोजे रखने के बाद पूरे दिन खाने-पीने की शुरुआत करते हैं, मस्जिदों में खास नमाज अदा की जाती है, बड़े छोटे बच्चों को ईदी देते हैं और लोग एक दूसरे घर मिलने के लिए जाते हैं। ईद का त्योहार चांद के दीदार के बिना अधूरा है। रमजान महीने के अंतिम दिन चांद नजर आने के अगले दिन ईद मनाई जाती है।
इमारत शरीया ने एलान किया
दारुल कजा इमारत शरीया रांची के काजी शरीअत मुफ्ती मुहम्मद अनवर कासमी ने एलान किया है की उन्तीस रम्जानुल मुबारक 1446 हिजरी मुताबिक 30 मार्च 2025 दिन रविवार को रांची व झारखंड सहित देश के विभिन्न क्षेत्रों में शव्वाल उल मुर्करम 1446 हिजरी महीने यानी ईद उल फित्र का चांद आम तौर पर नजर आया है, जिस की तसदीक़ हो चुकी है। इस लिए 31 मार्च 2025 दिन सोमवार को शव्वाल उल मुर्करम 1446 हिजरी महीने की पहली तारीख यानी ईद उल फित्र का दिन है। उन्हों ने कहा कि यही फैसला मरकजी दारुल कजा इमारत शरीया बिहार ओड़िशा व झारखंड फुलवारी शरीफ पटना का है ।
भारत में रमजान की शुरुआत 2 मार्च से हुई थी
बता दें कि सऊदी अरब में ईद ही एक दिन पहले नहीं होती, बल्कि रमजान की शुरुआत भी सऊदी में एक दिन पहले हो जाती है। भारत में इस साल रमजान की शुरुआत 2 मार्च से हुई थी, जबकि सऊदी में 1 मार्च को ही पहला रोजा रखा गया था। अरब देशों में भारत से एक दिन पहले ही ईद मनाई जाती है। जिस दिन चांद नजर आता है, उस दिन लोग चांद रात की मुबारकबाद देते हैं। ऐसे में सउदी अरम में ईद के चांद का दीदार हो गया है। सउदी अरब में रविवार को ईद अल फ़ितर मनाया गया।