

मैट्रिक के बाद इंटर की साइंस और कॉमर्स परीक्षा में भी लड़कियों ने बाजी मारी।
Intermediate Result : जैक ने वर्ष 2025 का इंटर साइंस और कॉमर्स का रिजल्ट जारी कर दिया। इंटर साइंस में 79.26 % और कॉमर्स में 91.92 % विद्यार्थी सफल घोषित किए गए। जैक सभागार में शिक्षा मंत्री रामदास सोरेन और जैक अध्यक्ष नटवा हांसदा ने रिजल्ट जारी किया। इस साल इंटर साइंस में 98634 विद्यार्थी परीक्षा शामिल हुए थे, जबकि इंटर कॉमर्स में 22066 विद्यार्थी थे। इस साल पश्चिमी सिंहभूम जिले के दो मेधावी छात्रों ने राज्य स्तर पर उल्लेखनीय सफलता हासिल कर सबका ध्यान खींचा है। मैट्रिक के बाद इंटर की साइंस और कॉमर्स परीक्षा में भी लड़कियों ने बाजी मारी। इंटर साइंस में टॉपर राजकीयकृत प्लस टू हाई स्कूल गोविंदपुर की छात्रा अंकित दत्ता हुई है। इन्होंने 477 अंक प्राप्त किया है।
कॉमर्स में राज्य टॉपर : रेशमी कुमारी
- चाईबासा के छोटा नीमडीह निवासी रेशमी कुमारी ने कॉमर्स में पूरे झारखंड में प्रथम स्थान प्राप्त कर गौरव हासिल किया है।
- संत जेवियर्स गर्ल्स इंटर कॉलेज, चाईबासा की छात्रा रेशमी ने 476 अंक (95.2%) हासिल किए।
- उनकी इस अद्भुत उपलब्धि से उनके माता-पिता और स्कूल के समस्त शिक्षक-शिक्षिकाएं अत्यंत प्रसन्न और गौरवान्वित हैं।
- रेशमी ने अपनी सफलता का श्रेय अपने माता-पिता और शिक्षकों के अथक समर्थन व मार्गदर्शन को दिया।
- भविष्य में वे बिजनेस मैनेजमेंट (व्यवसाय प्रबंधन) के क्षेत्र में उच्च शिक्षा प्राप्त करना चाहती हैं।
- रेशमी के पिता चाईबासा बस स्टैंड के पास एक छोटी सी कपड़े की दुकान चलाते हैं, जबकि उनकी माता गृहिणी हैं। परिवार की आर्थिक स्थिति सुदृढ़ नहीं होने के कारण रेशमी ने उच्च शिक्षा हेतु सरकारी वित्तीय सहायता की अपील की है।
- रेशमी के परिवार में उनके अलावा दो बहनें (बड़ी बहन रौशनी कुमारी वर्तमान में बीसीए की पढ़ाई कर रही हैं) और एक भाई है।
- अपनी सफलता के रहस्य के बारे में पूछे जाने पर रेशमी ने बताया कि परीक्षा की तैयारी के दौरान उन्होंने सोशल मीडिया से पूर्णतया दूरी बना ली थी। वे अन्य छात्रों को भी फोकस बनाए रखने के लिए यही सलाह देती हैं।
विज्ञान में राज्य उप-टॉपर: अंकित कुमार साह
- नोवामुंडी के अंकित कुमार साह ने विज्ञान संकाय में शानदार 95.2% अंक (476/500) हासिल करके पूरे झारखंड में दूसरा स्थान प्राप्त किया है।
- नोवामुंडी कॉलेज के छात्र अंकित को यह ऊंचा मुकाम उनकी अथक मेहनत, लगन और समर्पण का परिणाम है।
- अंकित के पिता अनिल साह बड़ाजामदा में एक छोटी सी चाय की दुकान चलाते हैं और माता गृहिणी हैं।
- सीमित आय के बावजूद परिवार ने हमेशा अंकित की पढ़ाई में पूरा सहयोग दिया और उसका खर्च वहन किया।
- अंकित की यह उपलब्धि न केवल उनके परिवार बल्कि पूरे नोवामुंडी समुदाय के लिए गौरव का विषय बन गई है।