

सिरमटोली फ्लाईओवर विवाद
रांची। झारखंड की राजधानी रांची में सिरमटोली फ्लाईओवर के निर्माण को लेकर छिड़ा विवाद गहराता जा रहा है। आदिवासी संगठनों के आह्वान पर शनिवार को हुए रांची बंद का पूरे शहर पर गहरा असर पड़ा। मुख्य सरना स्थल के निकट फ्लाईओवर के रैंप निर्माण के विरोध में उतरे प्रदर्शनकारियों ने शहर को करीब 12 घंटे तक जकड़े रखा, जिससे आम जनजीवन ठप हो गया। आदिवासी संगठनों ने स्पष्ट किया कि वे विकास के विरोधी नहीं, लेकिन धार्मिक अधिकारों से समझौता नहीं करेंगे। उधर, प्रशासन ने शांति बनाए रखने के लिए कड़े सुरक्षा इंतजाम किए थे, मगर बंद का असर पूरे शहर में दिखाई दिया। अब सवाल यह है कि सरकार और आदिवासी समूहों के बीच यह टकराव आगे किस रूप में सुलझेगा।
यातायात व्यवस्था चरमराई
सुबह 7 बजे से शाम तक शहर के लगभग हर मुख्य चौराहे, गली-मोहल्ले और सिरमटोली चौक पर प्रदर्शनकारियों ने डटकर सड़कें अवरुद्ध कीं। बस, टैक्सी, ऑटो के साथ-साथ रेलवे स्टेशन और एयरपोर्ट जाने वाले यात्रियों को भी पैदल चलने को मजबूर होना पड़ा। कई इलाकों में महिलाएं और बच्चे भी प्रदर्शन में शामिल दिखे, जिन्होंने पारंपरिक हथियारों के साथ रास्ते रोके।
सरना स्थल की पवित्रता बनाए रखना जरूरी
आदिवासी नेताओं ने बताया कि सिरमटोली स्थित सरना स्थल उनका प्रमुख धार्मिक केंद्र है, जहां सरहुल जैसे त्योहारों पर जुलूस समाप्त होते हैं। उनका आरोप है कि फ्लाईओवर के लिए पहले ही 14 फीट जमीन दान में दी जा चुकी है, लेकिन अब और जमीन देने से उनकी पूजा-पद्धति प्रभावित होगी। उन्होंने मांग की कि ओवरब्रिज का निर्माण किसी अन्य दिशा में किया जाए ताकि धार्मिक स्थल अछूता रहे।
प्रशासन से टकराव, VIP भी नहीं बचे अव्यवस्था से
हिनू चौक पर प्रदर्शनकारियों और प्रशासनिक अधिकारियों के बीच तनाव चरम पर पहुंच गया, जहां हाथापाई की घटना हुई। बंद के दौरान मंत्रियों समेत कई वीआईपी लोगों की गाड़ियों को रोक दिया गया। उन्हें गलियारों के चक्कर लगाकर अपने गंतव्य तक पहुंचना पड़ा। वहीं, दुकानदारों को भी दिनभर दुविधा झेलनी पड़ी। सुबह खुले बाजार धीरे-धीरे बंद हो गए, क्योंकि प्रदर्शनकारियों ने जबरन शटर गिराने पर जोर दिया।
बंद सफल रहा : बबलू मुंडा
केंद्रीय सरना समिति के अध्यक्ष बबलू मुंडा ने कहा कि रांची के चारों ओर सरना धर्मावालंबी ने सड़क पर उतरकर रांची बंद कराने का कार्य किया। सरना समाज अपने धर्म की रक्षा के लिए सरना समाज एकजुट है। तीन महीने से लगातार सिरमटोली फ्लाईओवर रैंप के मामले को लेकर आदिवासी संगठनों द्वारा लगातार जोरदार प्रदर्शन एवं विरोध कर रही है। झारखंड विधानसभा में विधायकों ने केंद्रीय सरना स्थल सिरमटोली फ्लाईओवर रैंप का मामला उठाया। विधानसभा अध्यक्ष ने विधानसभा जांच समिति बनाकर समस्या का समाधान करने की बात कही, लेकिन अभी तक समस्या का समाधान नहीं हो सका और झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन भी मौन हैं।