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Saturday, June 14, 2025
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झारखंड एटीएस का बड़ा एक्शन : HUT के आतंकी मॉड्यूल का पर्दाफाश | 4 गिरफ्तार

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रांची: झारखंड एटीएस ने प्रतिबंधित आतंकी संगठन ‘हिज्ब उत तहरीर’ (HUT) के झारखंड मॉड्यूल का भंडाफोड़ करते हुए चार संदिग्ध आतंकवादियों को गिरफ्तार किया है। धनबाद के वासेपुर इलाके में हुई इस कार्रवाई में एक महिला समेत चारों आरोपियों पर अवैध हथियारों की तस्करी, युवाओं को कट्टरपंथी बनाने और राष्ट्रविरोधी गतिविधियों को अंजाम देने के आरोप लगे हैं। यह मामला केंद्र सरकार द्वारा संगठन पर 10 अक्टूबर 2024 को UAPA के तहत प्रतिबंध लगाए जाने के बाद देश में पहला बड़ा मामला है।

प्रतिबंध के बाद पहली बार उजागर हुआ मॉड्यूल

एटीएस को गुप्त सूचना मिली थी कि HUT, अल-कायदा (AQIS), आईएसआईएस जैसे प्रतिबंधित संगठनों से जुड़े लोग सोशल मीडिया के माध्यम से युवाओं को भड़काकर उन्हें आतंकी नेटवर्क में शामिल कर रहे हैं। इसके साथ ही, धनबाद में अवैध हथियारों की तस्करी और सरकार विरोधी मुहिम चलाने की जानकारी मिलने पर एटीएस ने छापेमारी की। इस दौरान संदिग्धों के घरों से दो पिस्टल, 12 कारतूस, मोबाइल, लैपटॉप और संगठन से जुड़े अहम दस्तावेज बरामद हुए।

गिरफ्तार संदिग्धों के बारे में जानें

  1. गुलफाम हसन (21 वर्ष): पिता- फैयाज हुसैन, अलीनगर, बैंकमोड़ थाना, धनबाद।
  2. आयान जावेद (21 वर्ष): पिता- जावेद आलम, अमन सोसाइटी, भूली ओपी, धनबाद।
  3. मोहम्मद शहजाद आलम (20 वर्ष): पिता- मो. मिनहाज आलम, अमन सोसाइटी गेट नंबर-04, भूली बाईपास, धनबाद।
  4. शबनम परवीन (20 वर्ष): पति- आयान जावेद, शमशेर नगर गली-03, बैंकमोड़ थाना, धनबाद।

क्या है ‘हिज़्ब उत तहरीर’ का मकसद?

इस संगठन की स्थापना 1953 में यरुशलम में हुई थी, जिसका उद्देश्य दुनियाभर में इस्लामिक खिलाफत स्थापित करना है। भारत में इसे पहली बार 2010 में प्रतिबंधित किया गया था। यह संगठन लोकतांत्रिक सरकारों को उखाड़ने, धार्मिक कट्टरता फैलाने और युवाओं को आतंकवाद की ओर मोड़ने के लिए कुख्यात है। एटीएस के अनुसार, गिरफ्तार सदस्य इसी एजेंडे को आगे बढ़ा रहे थे। फिलहाल, मामले में गहन जांच जारी है।

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