जेएससीए के पूर्व अध्यक्ष अमिताभ चौधरी के पुण्यतिथि पर जेएससीए मेंबर ने पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि दी
अभिषेक चौधरी के विरोध के बाद धार्मिक अनुष्ठान का कार्यक्रम नहीं हुआ
आज 3 बजे से जेएससीए मैनेजमेंट कमेटी की बैठक
रांची। झारखंड स्टेट क्रिकेट एसोसिएशन (जेएससीए) ने दिवंगत अमिताभ चौधरी को स्टेडियम परिसर में पुष्प अर्जित कर श्रद्धाजंलि दिए। सुबह से ही कई सदस्यों ने आकर उनके तस्वीर पर पुष्प देकर श्रद्धाजंलि दिए। कई जिलों से आकर जेएससीए के सदस्य श्रद्धाजंलि दिए। आपको बता दें कि जेएससीए ने 16 अगस्त को अमिताभ चौधरी के पुण्यतिथि पर धार्मिक अनुष्ठान का कार्यक्रम रखा था। इसको लेकर बनारस से पंडित को बुलाया गया था। लेकिन अमिताभ चौधरी के बेटे अभिषेक चौधरी ने धार्मिक अनुष्ठान कार्यक्रम का विरोध करते हुए डीसी व एसएसपी को पत्र लिखा। इसके बाद डीसी ने जेएससीए को किसी भी तरह का धार्मिक अनुष्ठान कार्यक्रम रद्द करने को कहा। साथ ही एक मजिस्ट्रेट व पुलिस बल को नियुक्त किया। प्रशासन ने जेएससीए को स्पष्ट रूप से निर्देश दिया है कि उनके लिए इस तरह के धार्मिक अनुष्ठान और गतिविधि करना अवैध है। उन्होंने जेएससीए को अपने खर्च पर बनारस से बुलाए गए एक पंडित को वापस भेजने का आदेश दिया है। उन्होंने आगे यह सुनिश्चित करने के लिए कहा है कि कोई भी अवैध धार्मिक गतिविधि न करें। साथ ही निर्देश दिया कि जेएससीए के सभी सदस्यों को सूचित करें कि हवन, पूजा आदि का प्रस्तावित कार्यक्रम का निषेध प्रशासन द्वारा किया गया है।
गोल्ड/मार्बल की भव्य प्रतिमा लगाए जाने का विरोध
जेएससीए परिसर में दिवंगत अमिताभ चौधरी की गोल्ड/मार्बल की भव्य प्रतिमा लगाए जाने को लेकर प्रस्ताव रखा गया था। जिसको लेकर 16 अगस्त को मैनेजमेंट कमेटी की बैठक में इस प्रस्ताव पर मुहर लगानी थी। लेकिन उससे पहले अमिताभ चौधरी के परिवार वालों ने इसका कड़ा विरोध किया। जेएससीए की इस प्लानिंग को लेकर दिवंगत अमिताभ चौधरी के बेटे अभिषेक चौधरी ने लीगल नोटिस भी जेएससीए को भेजी। उन्होंने लीगल नोटिस जेएससीए सेक्रेटरी को भेजी है। लीगल नोटिस में कड़ी आपत्ति जताते हुए कई सवाल भी खड़े किए हैं। वहीं, दिवंगत अमिताभ चौधरी के बेटे अभिषेक चौधरी ने जेएससीए को 7 दिनों के भीतर जवाब देने को कहा है। अमिताभ चौधरी के बेटे अभिषेक चौधरी ने कहा कि आखिर किसने कहने पर स्टैच्यू लगाने की प्लानिंग हो रही है। उन्होंने कहा कि मेरे पिता इस तरह के आडंबर से हमेशा दूर रहे। जीवित रहते हुए भी उन्होंने इस तरह के महिमामंडन का विरोध किया। करोड़ों रुपए खर्च कर उनकी प्रतिमा लगाना उनके आदर्शों का उपहास करना होगा।
परिवार से अनुमति नहीं लेना, वैयक्तिक संपदा का हनन
अभिषेक चौधरी ने कहा कि जेएससीए ने अपने इस कदम को लेकर परिवार वालों से बातचीत नहीं की। उनके जीवित उत्तराधिकारियों, परिजनों की जानकारी एवं अनुमति के बगैर दिवंगत अमिताभ चौधरी की प्रतिमा लगाना वैयक्तिक संपदा का हनन है। यह उनकी निजता का उल्लंघन है। इसके साथ ही साथ यह परिवार, उनकी विरासत उनके बौद्धिक उत्तराधिकार का हनन है। उन्होंने कहा जिस व्यक्ति के लिए कर्म ही पूजा था। कार्य के प्रति उनकी एकनिष्ठा एवं समर्पण अद्भुत था। उनकी पुण्यतिथि पर इस तरह की प्रतिमा लगाए जाने की घोषणा करना उनकी स्मृति को आभाहीन एवं धूमिल करने का प्रयास है।
क्या है मामला
जेएससीए इंटरनेशनल स्टेडियम में दिवंगत अमिताभ चौधरी की भव्य प्रतिमा लगाने की तैयारी जेएससीए प्रबंधन कर रहा है। इसके साथ ही अमिताभ चौधरी पवेलियन की लॉबी में स्वर्ण जड़ित फ्रेम में उनकी यादों को संजोए जाने की प्लानिंग है। इस काम के लिए लगभग दो करोड़ रुपए खर्च होने हैं। दिसंबर तक इस काम को पूरा करना है। प्रतिमा की ऊंचाई लगभग 12 फीट की होगी। वहीं पवेलियन लॉबी में 13 फीट चौड़ी और नौ फीट ऊंची 24 कैरेट गोल्ड लगा फ्रेम लगना है। इसे लेकर 16 अगस्त को मैनेजमेंट कमिटी की बैठक होनी है। मैनेजमेंट कमिटी के एजेंडा नंबर तीन में इस बात की जिक्र है कि इस काम के लिए जो खर्च होगा, उस पर मंथन होता और रिव्यू होती।