– पुलिस टीम के कोच आरिफ इमाम ने बुधवा की प्रतिभा पहचानी थी
– शुरू में हॉकी खेला करते थे
– 2004 में जेएमएम के टिकट पर चुनाव भी लड़े
– सूबेदार रहते हुए वीआरएस ले लिए थे
रांची। झारखंड खेल जगत से एक बुरी खबर है। पूर्व अंतरराष्ट्रीय एथलीट बुधवा उरांव का मंगलवार को मध्य रात्री लगभग 12 बजे जमशेदपुर में निधन हो गया। वे झारखंड एथलेटिक्स एसोसिएशन के पूर्व सचिव रह चुके हैं। उसने वर्ष 1986 के एशियन गेम्स के 800 मीटर दौड़ में तकनीकी गलती के कारण स्वर्ण पदक से चूक गए थे। 1989 के कनाडा वर्ल्ड पुलिस में उन्होंने स्वर्ण तथा रजत पदक जीता था। ढाका में आयोजित वर्ष 1987 में उन्होंने साउथ एशियन गेम्स में स्वर्ण पदक जीता था। उनके पांच बेटे तथा एक बेटी है। रांची इटकी स्थित उनके पैतृक गांव में आज ही अंतिम संस्कार होगा। बुधवा के निधन से खेल जगत में शोक की लहर है। बुधवा उरांव ने झारखंड पुलिस से सूबेदार के पद पर रहते हुए वीआरएस लिया था। इसके बाद मांडर से जेएमएम पार्टी के टिकट पर 2004 में चुनाव लड़ा था। हालांकि वे राजनीति में कुछ खास नहीं कर सके थे। बुधवा उरांव शुरुआत में हॉकी खेला करते थे। इनकी प्रतिभा को पुलिस टीम के कोच रहे आरिफ इमाम ने पहचाना। बुधवा काफी तेज दाड़ते थे। फिर आरिफ इमाम ने ही बुधवा को एथलेटिक्स में लेकर आए। मौका मिलते ही बुधवा ने फिर अपना जौहर दिखाना शुरू किया। बुधवा पुलिस विभाग में आरक्षी के पद पर ज्वाइन किए थे। बुधवा उरांव बड़े खिलाड़ी के साथ-साथ एक अच्छे इंसान भी थे।