सरना स्थल विवाद: फ्लाईओवर रैंप हटाने की मांग को लेकर पूर्व मंत्री गीता श्री उरांव समेत 21 के खिलाफ FIR


रांची। रांची के सिरमटोली इलाके में सरना स्थल के सामने से फ्लाईओवर रैंप को पूरी तरह हटाने की मांग को लेकर 30 मार्च 2025 (रविवार) को हुए विरोध प्रदर्शन के बाद चुटिया थाना में पूर्व मंत्री गीता श्री उरांव समेत 21 लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज हुई है। पुलिस के मुताबिक, आंदोलनकारियों ने बैरिकेडिंग तोड़ी और प्रशासनिक कार्यों में बाधा डाली। घटनास्थल पर रैपिड एक्शन फोर्स (RAF) समेत भारी पुलिस बल तैनात किया गया है। वहीं, रविवार की देर रात तक रांची के सिटी एसपी, एसडीएम सहित कई आला अधिकारियों ने सरना स्थल के पास सुरक्षा का जायजा लिया। थाना प्रभारी ने बताया कि सरना स्थल की सुरक्षा व्यवस्था से जुड़े दंडाधिकारी की शिकायत पर यह केस दर्ज किया गया। इसमें गीता श्री उरांव, शनि हेंब्रम, मधु रजक, कुंदरसी मुंडा, निरंजना हेरेंज सहित 21 नामजद और 150 अज्ञात लोगों को आरोपी बनाया गया है। सीसीटीवी फुटेज के आधार पर अज्ञात आरोपियों की पहचान की जा रही है। प्राथमिकी में पुलिस के साथ धक्कामुक्की, सरकारी काम में रुकावट और बदसलूकी जैसे गंभीर आरोप शामिल हैं।
आंदोलन की वजह और सरकार का रुख
आदिवासी समूहों का तर्क है कि फ्लाईओवर रैंप की वजह से सरना स्थल तक पहुंच का रास्ता संकरा हो गया है, जिससे सरहुल त्योहार के दौरान श्रद्धालुओं को दिक्कत होगी। हालांकि, प्रशासन ने रैंप को कुछ हद तक छोटा कर दिया है, लेकिन आंदोलनकारी इसे पूरी तरह हटाने की मांग पर अड़े हैं। इसी मुद्दे पर पिछले दिनों रांची बंद भी हुआ था, जिसके बाद मुख्यमंत्री ने विधानसभा में सरहुल के शांतिपूर्ण आयोजन का आश्वासन दिया था।
आज निकलेगी सरहुल शोभायात्रा
1 अप्रैल को सरहुल की शोभायात्रा निकलने वाली है, जिसमें हजारों श्रद्धालु सिरमटोली स्थित सरना स्थल पहुंचेंगे। पुलिस और प्रशासन ने भीड़ प्रबंधन और सुरक्षा को लेकर कड़े इंतजाम किए हैं। चिंता इस बात की है कि आंदोलन के बीच कुछ असामाजिक तत्व माहौल बिगाड़ने की कोशिश कर सकते हैं। ऐसे में, प्रशासन का फोकस शांतिपूर्ण समारोह सुनिश्चित करने पर है।
पृष्ठभूमि
सरना स्थल आदिवासी समुदाय का पवित्र स्थल है, और सरहुल त्योहार के दौरान यहां बड़े पैमाने पर समारोह होते हैं। रैंप को लेकर चल रहा विवाद विकास और परंपरा के बीच तनाव की ओर इशारा करता है।