– शुक्रवार से मंत्री आलमगीर आलम की रिमांड की अवधि शुरू हो रही
– आज मंत्री की रात जेल में कटेगी
रांची। ग्रामीण विकास मंत्री और कांग्रेस विधायक दल के नेता आलमगीर आलम को गुरुवार को ED ने PMLA कोर्ट में पेश किया। ED ने 10 दिन की रिमांड मांगी थी, लेकिन कोर्ट ने 6 दिनों की रिमांड दी। कोर्ट से ही आलमगीर आलम को न्यायिक हिरासत में बिरसा मुंडा जेल भेज दिया गया। रिमांड को लेकर विशेष कोर्ट के जस्टिस प्रभात कुमार शर्मा की अदालत में लगभग एक घंटे से अधिक समय तक बहस चली। ED की ओर से अधिवक्ता अनिल कुमार ने पक्ष रखा। ED ने कोर्ट को बताया-कमीशन का 1.5% आलमगीर को जाता था। सुनवाई के दौरान ईडी की ओर से अदालत को कई अहम जानकारी दी गई। बता दें कि मंत्री से मगंलवार और बुधवार को ED ने पुछताछ की थी, पुछताछ के दौरान ही बुधवार शाम मंत्री को गिरफ्तार कर लिया गया था। बुधवार की रात Ed कार्यालय में कटी थी अब गुरुवार की रात जेल में कटेगी।
मंत्री का 1.5 फीसदी हिस्सा होता था
बीते दिनों मंत्री के पीएस संजीव लाल और उसके सहायक जहांगीर से की गई पूछताछ से जो साक्ष्य मिले, उसके आधार पर जांच एजेंसी ने अदालत को बताया कि संजीव लाल और उसके सहायक जहांगीर के यहां जो रुपए बरामद हुए थे, वे सभी पैसे मंत्री आलमगीर आलम के ही हैं। ग्रामीण विकास विभाग में टेंडर मैनेज करने को लेकर जो भी कमीशन का खेल चलता था, उसमें आलमगीर आलम का 1.5 फीसदी हिस्सा होता था। विभाग में चल रही गड़बड़ियों की जानकारी मंत्री आलमगीर को थी। इसके अलावे कई डॉक्यूमेंट से संबंधित जानकारी भी कोर्ट को दी गई। कल यानी शुक्रवार से मंत्री आलमगीर आलम की रिमांड की अवधि शुरू हो रही है। आज वे बिरसा मुंडा जेल होटवार में रहेंगे। ईडी के अधिकारी शुक्रवार से 22 मई तक पूछताछ करेंगे।
हेल्थ का हवाला देकर सहयोग की अपील
आलमगीर की ओर से अदालत से हेल्थ ग्राउंड पर सहयोग की अपील की गई थी, जिसमें उन्होंने कोर्ट से कहा कि उनका स्वास्थ्य ठीक नहीं रहता है। इस पर अदालत ने उन्हें राहत देते हुए कहा कि आलमगीर को हेल्थ से संबंधित तमाम सुविधाएं दी जाएं।
6 को मंत्री के ps संजीव को गिरफ्तार किया गया था
इससे पहले ED ने 6 मई को मंत्री के पीएस संजीव लाल और उसके नौकर जहांगीर को गिरफ्तार किया था। जहांगीर के घर से 30 करोड़ से ज्यादा कैश मिले थे। ग्रामीण विकास मंत्री से पूछताछ में कई बड़े नाम का खुलासा हो सकता है। सूत्र बताते हैं कि कई नेता और बड़े अधिकारी भी ईडी की रडार में है जो इस कमीशन के खेल का अहम हिस्सा थे। कई अधिकारी ग्रामीण विकास का हिस्सा रहे हैं। ध्यान रहे कि ईडी ने मंत्री के पीएस रहे संजीव के सहायक जहांगीर के घर से कई अहम दस्तावेज भी जब्त किए हैं। इन दस्तावेजों को लेकर भी ईडी की पूछताछ जारी है।
पीएस संजीव ने कई अहम जानकारी दी
आलमगीर के पीएस संजीव ने खोले कई राजप्रवर्तन निदेशालय की रिमांड में चल रहे मंत्री आलमगीर आलम के पीएस संजीव लाल ने भी जांच एजेंसी को कई जानकारियां दी हैं। मंगलवार को मंत्री आलमगीर आलम के साथ संजीव लाल से भी पूछताछ की गई थी। संजीव लाल से पिछले 7 दिनों से पूछताछ चल रही है। इस पूछताछ के दौरान संजीव ने इस बात का स्वीकार किया है कि जो रुपए उनके और उनके सहायक के यहां से बरामद हुए हैं, वह सभी पैसे टेंडर कमीशन के हैं। यह भी बताया है कि टेंडर कमीशन के नाम पर किन-किन लोगों से रुपए लिए गए। ग्रामीण कार्य विभाग के पूर्व मुख्य अभियंता वीरेंद्र राम की गिरफ्तारी के बाद से ही मंत्री आलमगीर आलम ED की जांच के दायरे में थे। वीरेंद्र राम को ED ने 23 फरवरी 2023 को गिरफ्तार किया था।