रांची। गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर गुरुवार को पद्म पुरस्कारों का एलान कर दिया गया है। इसके तहत पद्म विभूषण, पद्म भूषण और पद्म श्री से सम्मानित किए जाने वाली हस्तियों के नामों का एलान किया गया। इससे पहले 23 जनवरी को सरकार ने बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री कूर्परी ठाकुर को भारत रत्न से नवाजने का एलान किया था। असम की रहने वाली देश की पहली महिला महावत पार्वती बरुआ और जागेश्वर यादव समेत 34 हस्तियों को अवॉर्ड दिया गया है। इसके अलावा लिस्ट में झारखंड की 52 चामी मुर्मू समेत कई बड़े नाम शामिल हैं। झारखंड की पद्म श्री पाने वाली चामी मुर्मू पिछले 28 सालों में 30,000 महिलाओं को स्वरोजगार दे चुकी हैं। चामी मुर्मू को नारी शक्ति पुरस्कार से भी सम्मानित किया जा चुका है। अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पर 2019 में राष्ट्रपति भवन में आयोजित एक कार्यक्रम में राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने उन्हें यह सम्मान दिया।
अवैध कटाई, लकड़ी माफिया और नक्सली गतिविधियों के खिलाफ आवाज उठाई
झारखंड की सरायकेला निवासी चामी मुर्मू को सामाजिक कार्य (पर्यावरण–वनरोपण) में पद्मश्री सम्मानित किया गया है। जनजातीय पर्यावरणविद् एवं महिला सशक्तिकरण सरायकेला-खरसावां से चैंपियन, उन्होंने 30 लाख से अधिक वृक्षारोपण के प्रयासों को गति दी और 3,000 महिलाओं के साथ पौधे लगाए। 40 से ज्यादा गांवों की 30,000 महिलाओं को सशक्त बनाकर अनेक स्वयं सहायता समूह के गठन के माध्यम से सामाजिक-आर्थिक परिवर्तन की शुरुआत की और महिलाओं को रोजगार के अवसर प्रदान किए। अपने एनजीओ ‘सहयोगी महिला’ के माध्यम से प्रभावशाली पहल की शुरुआत की। सुरक्षित मातृत्व, एनीमिया और कुपोषण उन्मूलव कार्यक्रम और किशोरियों की शिक्षा पर जोर दिए जाने के लिए जागरूक किया। अवैध कटाई, लकड़ी माफिया और नक्सली गतिविधियों के खिलाफ उनका अथक अभियान एवं वन्य जीवों व वनों की सुरक्षा के प्रति समर्पण ने वन और वन्य जीवों के बीच सामंजस्य स्थापित करने वाली ताकत बना दिया है।