![Jharkhand districts news | jharkhand latest news | jharkhand latest hindi news | jharkhand news box bharat](https://newsboxbharat.com/wp-content/uploads/2024/05/1000003678-750x450.jpg)
![Jharkhand districts news | jharkhand latest news | jharkhand latest hindi news | jharkhand news box bharat](https://newsboxbharat.com/wp-content/uploads/2024/05/21-1-1020x1024.jpg)
रांची. ग्रामीण विकास विभाग टेंडर कमीशन में होटवार जेल में बंद आलमगीर आलम ने झारखंड सरकार के मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया है. साथ ही साथ उन्होंने कांग्रेस विधायक दल के भी पद से इस्तीफा दे दिया. जेल प्रशासन के माध्यम से उन्होंने सीएम को अपना त्याग पत्र सौंपा है. एक पत्र उन्होंने पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष को प्रेषित किया है. जेल मैन्युअल के हिसाब से जेल प्रशासन के माध्यम से उन्होंने अपना त्याग पत्र मुख्यमंत्री चंपई सोरेन को दिया है. बता दें कि 7 जून 2024 को मुख्यमंत्री चंपाई सोरेन ने मंत्री आलमगीर आलम से तमाम विभाग वापस ले लिया था और अपने पास ही उनके सभी विभाग रखा है. चंपाई सोरेन की सरकार में आलमगीर आलम ग्रामीण विकास, संसदीय कार्य, ग्रामीण कार्य और पंचायती राज मंत्री की जिम्मेदारी निभा रहे थे. उन्होंने राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे को अपना सीएलपी लीडर पद से इस्तीफा का पत्र भेजा है. वहीं कांग्रेस विधायक दल के नेता पद से भी इस्तीफे देने की पुष्टि झारखंड प्रदेश कांग्रेस कमिटी के अध्यक्ष राजेश ठाकुर ने कर दी है.
15 मई को ईडी ने किया था गिरफ्तार
ईडी ने पूछताछ के बाद ग्रामीण विकास मंत्री आलमगीर आलम को 15 मई 2024को गिरफ्तार कर लिया था. उनके पीएस संजीव लाल और उनके नौकर के घर छापेमारी के दौरान ईडी की टीम ने भारी मात्रा में नकदी बरामद किया था. इससे पहले 6 मई 2024 को प्रवर्तन निदेशालय ने मंत्री आलमगीर आलम के निजी सचिव और झारखंड प्रशासनिक सेवा के अधिकारी संजीव लाल के घरेलू नौकर जहांगीर आलम के घर छापेमारी में करीब 35 करोड़ रुपए बरामद किए थे. इस छापेमारी के बाद संजीव लाल और जहांगीर आलम की भी गिरफ्तारी हुई थी. इसी के बाद मंत्री को समन भेजा गया था.