ऑपरेशन सिंदूर : भारतीय सेना ने 100 आतंकियों को ढेर किया | पाकिस्तानी अधिकारी भी मारे गए


रांची। भारतीय सेना के डीजीएमओ लेफ्टिनेंट जनरल राजीव घई ने ऑपरेशन सिंदूर के तहत 7 मई की सुबह आतंकवादियों के 9 ठिकानों को नष्ट करने और 100 से अधिक आतंकियों को मार गिराने की जानकारी दी। नियंत्रण रेखा पर की गई गोलीबारी में पाकिस्तानी सेना के लगभग 35 से 40 जवान मारे गए। सेना ने जोर देकर कहा कि यह कार्रवाई आतंकी हमलों के जवाब में की गई थी और इसमें सटीक निशानेबाजी का इस्तेमाल हुआ। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा भारत-पाकिस्तान के बीच सीजफायर का स्वागत करने और कश्मीर मुद्दे पर मध्यस्थता की पेशकश के बावजूद, भारत ने इस प्रस्ताव को स्पष्ट रूप से ठुकरा दिया। भारत का कहना है कि कश्मीर केवल पाक-अधिकृत कश्मीर (PoK) को वापस लेने का मुद्दा है और आतंकवादियों के सौंपे जाने के अलावा कोई अन्य चर्चा संभव नहीं। पाकिस्तानी प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने ट्रंप के प्रस्ताव का स्वागत किया था, लेकिन भारत ने किसी तीसरे पक्ष की भूमिका को अस्वीकार कर दिया। भारतीय वायुसेना ने सोशल मीडिया पर स्पष्ट किया कि ऑपरेशन सिंदूर अभी जारी है और समय आने पर ही आधिकारिक ब्रीफिंग दी जाएगी। उन्होंने अटकलों और अफवाहों से बचने की अपील की। प्रेस कांफ्रेंस में घई के अलावा एयर मार्शल एके भारती, मेजर जनरल एसएस शर्मा और वाइस एडमिरल एएन प्रमोद ने मौजूद थे।
सेनाध्यक्ष ने सीमा सुरक्षा की समीक्षा की
10-11 मई 2025 की रात को पाकिस्तानी सेना द्वारा सीजफायर और हवाई सीमा उल्लंघन के बाद, भारतीय सेना प्रमुख जनरल उपेंद्र द्विवेदी ने पश्चिमी सीमा के कमांडरों के साथ बैठक कर सुरक्षा स्थिति की समीक्षा की। सेना ने स्पष्ट किया कि किसी भी उल्लंघन पर त्वरित जवाबी कार्रवाई के लिए कमांडरों को पूर्ण अधिकार दिए गए हैं। इससे पहले, दोनों देशों के सैन्य अधिकारियों के बीच हुई वार्ता में सीजफायर पर सहमति बनी थी।
सुप्रीम कोर्ट ने पहलगाम हमले पर शोक जताया
भारत के होने वाले मुख्य न्यायाधीश न्यायमूर्ति बीआर गवई ने पहलगाम आतंकी हमले पर गहरा दुख व्यक्त किया। उन्होंने कहा, “देश के खतरे में होने पर सुप्रीम कोर्ट अलग नहीं रह सकता। हमले की खबर मिलते ही पीड़ितों को श्रद्धांजलि देने के लिए पूरी अदालत ने दो मिनट का मौन रखा।”
पोप ने संघर्ष विराम का स्वागत किया
वेटिकन से पोप लियो ने भारत-पाकिस्तान के बीच हुए संघर्ष विराम समझौते की सराहना की और आशा जताई कि द्विपक्षीय वार्ता से क्षेत्र में स्थायी शांति स्थापित होगी।