पढ़ें- संत जेवियर्स स्कूल की छात्रा ने सुसाइड नोट में क्या लिखा | आखिर क्यों फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली
सेंट जेवियर्स स्कूल की छात्रा ने बिंदी लगाकर स्कूल गई । तो टीचर ने जड़ दिया थप्पड़, छात्रा ने फांसी लगाकर दे दी जान
रांची। झारखंड के धनबाद से दिल दहलाने वाली खबर ने सबको झकझोर के रख दिया। आखिर क्यों क्लास-10 की छात्रा ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। ऐसी कौन सी मजबूरी हो गई की छात्रा को मरने पर विवश कर दिया। NEWS BOX BHARAT ने जब सुसाइड नोट पढ़ा, तो यही समझ आया कि स्कूल में शिक्षकों को स्टूडेट्स के प्रति बहुत ही नार्मल मिजाज में पेश आना चाहिए। क्योंकि क्लास-10 के कोई भी छात्र या छात्रा अच्छे-बुरे को समझते हैं। ऐसे भी स्कूल में बच्चों को नहीं मारने की सख्त हिदायत केंद्र सरकार से भी मिली हुई है। इसके बावजूद अक्सर स्कूलों में बच्चों के साथ मारपीट की जाती है। यहां यह सवाल नहीं उठता है कि शिक्षक बच्चों को न मारे लेकिन मारने या डांटने का एक तरीका होता है। खासकर जब बच्चे बड़े हो जाए तो उनके साथ बहुत ही सावधानी के साथ स्कूल या कॉलेज में शिक्षकों को पेश आना चाहिए। चलिए अब हम बताते हैं कि धनबाद के सेंट जेवियर्स स्कूल की क्लास-10 की छात्रा ने क्यों फांसी लगाकर अपनी जान दे दी। इस छात्रा के पिता पहले ही दुनिया को अलविदा कह चुकें हैं। छात्रा बिंदी लगाकर स्कूल चली गई थी। इस बात पर एक टीचर ने आपत्ति जताते हुए स्कूल परिसर में ही सबके सामने थप्पड़ जड़ दिया। इस घटना से आहत हुई छात्रा घर पहुंची और फांसी लगा ली। पुलिस ने उसके पास से एक सुसाइड नोट भी बरामद किया। मृत छात्रा तेतुलमारी थाना इलाके के सेंट जेवियर्स स्कूल में 10वीं में पढ़ती थी। सोमवार को वह बिंदी लगाकर स्कूल चली गई थी। परिजनों का आरोप है कि बिंदी देखकर शिक्षिका सिंधु बुरी तरह नाराज हो गई। प्रार्थना के दौरान शिक्षिका ने छात्रा से बिंदी लगाने का कारण पूछा। शिक्षिका के सवाल पर छात्रा ने उल्टा-सीधा जवाब दिया। इस पर शिक्षिका ने छात्रा को एक चाटा (थप्पड़) जड़ दिया। टीचर के इस व्यवहार से छात्रा इस कदर आहत हुई कि दिन के 11.30 बजे घर पहुंचकर उसने फांसी लगाकर अपनी जान दे दी। उसकी स्कूल यूनिफॉर्म से एक सुसाइट नोट भी मिला है।
शिक्षिका को हिरासत में लिया गया
इस मामले में धनबाद पुलिस ने संबंधित शिक्षिका और सेंट जेवियर्स स्कूल के प्रिंसिपल के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की है। 17 साल की लड़की उषा कुमारी ने अपनी वर्दी में एक सुसाइड नोट भी छोड़ा था, जिसमें उसने कथित तौर पर इस घटना के लिए स्कूल के प्रिंसिपल व शिक्षिका को जिम्मेदार ठहराया था। उन्होंने एक सुसाइड नोट भी छोड़ा है जिसमें उन सभी लोगों का नाम लिखा है जो उनकी मौत के लिए जिम्मेदार हैं। मां ने कहा, मैं न्याय चाहती हूं और चाहती हूं कि सुसाइड नोट में जिन लोगों का भी नाम है, उन्हें गिरफ्तार किया जाए। पुलिस के मुताबिक, इस संबंध में तेतुलमारी थाने में प्राथमिकी दर्ज कर ली गई है और मामले की जांच की जा रही है। बाघमारा डीएसपी निशा मुर्मू ने कहा, तेतुलमारी में सेंट जेवियर्स स्कूल की 10वीं कक्षा की एक छात्रा ने सोमवार को एक सुसाइड नोट छोड़कर आत्महत्या कर ली, जिसमें उसने अपनी मौत के लिए प्रिंसिपल और शिक्षिका को जिम्मेदार ठहराया है।उन्होंने बताया कि इस संबंध में प्राथमिकी दर्ज होने के बाद शिक्षिका को हिरासत में ले लिया गया है।
पढ़े दिल दहला देने वाला सुसाइड नोट…
विषय: बेइज्जत करके स्कूल से निकाल दिया गया
महाश्य,
सविनय निवेदन यह है कि मैं उषा कुमारी, उम्र 17 वर्ष, पिता का नाम स्व. विजय बाउरी, तेतुलमारी हनुमानगड़ी की रहने वाली हूं. मेरे पिता नहीं है, मैं कक्षा-10 की छात्रा हूं। मेरी समस्या यह है कि मैं धनबाद संत जेवियर्स स्कूल की छात्रा हूं। आज स्कूल में एक शिक्षिका ने मुझे सबके सामने थप्पड़ मारा, पूरे स्कूल के बच्चों के सामने स्कूल से बाहर कर दिया। मैं इस बेइज्जती को नहीं सह पा रही। जिसके लिए मैं खुदकुशी कर रही हूं। शिक्षिका का नाम सिंधु मैडम है, स्कूल के प्रिंसिपल का नाम आरके सिंह है। मेरी खुदकुशी करने की वजह सिर्फ आैर सिर्फ सिंधु मीस है।
अत: मेरी आपसे निवेदन है कि मेरे इस समस्या पर गौर करें आैर मेरे मरने के बाद सिंधु मैडम पर जल्द से जल्द कार्रवाई की जाए।
आपकी अज्ञाकारी
नाम- उषा कुमारी
उम्र- 17 वर्ष
मो- 8936842070