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रांची। बंगलुरु में विपक्ष की कई पार्टियों के शीर्ष नेताओं की मंगलवार को यहां औपचारिक बैठक शुरू हो गई है। 2024 के लोकसभा चुनाव के लिए भारतीय जनता पार्टी के खिलाफ बनने वाले गठबंधन की रूपरेखा और साझा कार्यक्रम समेत कई बिंदुओं पर चर्चा की जाएगी। इससे पहले विपक्षी नेताओं ने 2 दिवसीय बैठक के पहले दिन सोमवार को रात्रिभोज के मौके पर अनौपचारिक रूप से चर्चा की थी। इसके जरिए यह संदेश देने का प्रयास किया गया कि वे 2024 के लोकसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी के खिलाफ एकजुट हैं। राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के प्रमुख शरद पवार और कुछ अन्य नेता भी मंगलवार को दूसरे दिन की बैठक में शामिल हुए जो पहले दिन की बैठक में शामिल नहीं हो सके थे। आज की बैठक के बाद विपक्षी दलों के नेता संयुक्त संवाददाता सम्मेलन के माध्यम से आगे की रूपरेखा पेश करेंगे। इसके साथ ही दो दिवसीय बैठक का समापन होगा। बैठक के लिए पहुंचने पर लालू प्रसाद यादव ने संवाददाताओं से कहा कि अब नरेंद्र मोदी की (सरकार की) विदाई करनी है। विपक्षी दलों की इस बैठक के साथ ही दिल्ली के एक पांचसितारा होटल में आज शाम राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) की भी बैठक होने वाली है। भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने कहा है कि राजग की बैठक में 38 दल शामिल होंगे। कांग्रेस ने भाजपा पर प्रहार करते हुए सोमवार को कहा था कि अगले लोकसभा चुनाव के लिए भारतीय जनता पार्टी के खिलाफ विपक्षी दलों की एकजुटता भारत के राजनीतिक परिदृश्य के लिए परिवर्तनकारी साबित होगी तथा जो लोग अकेले दम पर विपक्षी पार्टियों को हराने का दम भरते थे, वे इन दिनों ‘राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) के भूत’ में नयी जान फूंकने की कोशिश में लगे हुए हैं।
कई दिग्गज नेता बैठक में शामिल
दूसरे दिन की बैठक में कांग्रेस संसदीय दल की प्रमुख सोनिया गांधी, कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी, राकांपा प्रमुख शरद पवार, तृणमूल कांग्रेस की प्रमुख एवं पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी, बिहार के मुख्यमंत्री एवं जनता दल (यू) के शीर्ष नेता नीतीश कुमार, द्रमुक नेता एवं तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम.के. स्टालिन, राजद प्रमुख लालू प्रसाद यादव, शिवसेना (यूबीटी) के प्रमुख उद्धव ठाकरे, झारखंड मुक्ति मोर्चा के नेता एवं झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन, आम आदमी पार्टी के नेता एवं दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव व कुछ अन्य नेता शामिल हैं।