About me

News Box Bharat
Welcome to News Box Bharat, your one-stop destination for comprehensive news coverage and insightful analysis. With a commitment to delivering reliable information and promoting responsible journalism, we strive to keep you informed about the latest happenings from across the nation and the world. In this rapidly evolving era, staying updated and making sense of the news is crucial, and we are here to simplify the process for you.

Recent Posts

+91 6205-216-893 info@newsboxbharat.com
Saturday, July 27, 2024
Politics

जेएमएम को ढूंढ़े नहीं मिल रहा अल्पसंख्यंक आयोग का अध्यक्ष

Jharkhand districts news | jharkhand latest news | jharkhand latest hindi news | jharkhand news box bharat
Share the post

झारखंड पॉलिटिकल न्यूज

जेएमएम के विनोद पांडेय ने कहा, जल्द हो जाएगा गठन

रांची। झारखंड में हेमंत सोरेन की सरकार बोर्ड-निगम के खाली पदों को भरना शुरू कर दिया है। आवास बोर्ड, हिंदू न्यास बोर्ड, गौ सेवा आयोग, झारखंड राज्य कृषि विपणन पर्षद पर काम भी शुरू हो गया। लेकिन अल्पसंख्यकों का कल्याण करने वाला बोर्ड झारखंड राज्य अलसंख्यंक में अध्यक्ष ही नहीं मिल रहा। जिसके वजह से अभी तक इस आयोग का गठन नहीं हो पाया है। कांग्रेस ने इस आयोग के गठन को लेकर तीन महीने पहले ही हरी झंडी दे दी। चूंकि इस आयोग का अध्यक्ष झारखंड मुक्ति मोर्चा को ही बनाना है। कांग्रेस ने अपने दोनों उपाध्यक्ष के नाम दे दिए हैं। इनमें शमशेर आलम व ज्योति सिंह मथारू के नाम शामिल है। लेकिन जेएमएम को अध्यक्ष नहीं मिलने के कारण इस आयोग का गठन नहीं हो पा रहा है। मिली जानकारी के अनुसार झारखंड अल्पसंख्यंक आयोग के अधयक्ष के पद पर विधायक सरफराज अहमद, पूर्व विधायक निजामुद्दीन अंसारी, झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) के जिला अध्यक्ष मुश्काक आलम के नाम की चर्चा है। अब इस पद पर झामुमो किसे बैठाता है यह तो इसके पार्टी का अंदरूनी मामला है। वहीं, झामुमो के दिग्गज नेता व राज्य समन्वय समिति के सदस्य विनोद पांडेय ने NEWS BOX BHARAT को बताया कि बहुत जल्द झारखंड अल्पसंख्यंक आयोग का गठन कर लिया जाएगा। इसकी सारी प्रक्रिया पूरी कर ली गई है।

सन्नाटा पसरा रहता है आयोग के दफ्तर में

झारखंड अल्पसंख्यक आयोग के दफ्तर में आयोग का गठन नहीं होने के कारण सन्नाटा पसरा रहता है। कभी- कभार प्रभारी सचिव (यह कल्याण विभाग में संयुक्त सचिव) आकर तोड़ते हैं। इसके अलावा एक सहायक, एक लिपिक, एक सफाईकर्मी, एक चालक और एक गार्ड के भरोसे दफ्तर राम भरोसे चल रहा है।

कई योजनाओं का लाभ नहीं मिल रहा

आयोग के गठन नहीं होने से मुस्लिम समाज, ईसाई समुदाय, सिख समुदाय व अन्य के मामले का कोई निराकरण नहीं हो पा रहा है।  कब्रिस्तानों की घेराबंदी, अल्पसंख्यक छात्रावास, अल्पसंख्यक छात्रवृत्ति, अल्पसंख्यक ऋण का भुगतान के अलावा राज्य और केंद्र सरकार की अल्पसंख्यक विकास की विभिन्न योजनाओं का लाभ नहीं मिल पा रहा।  

News Box Bharat latest news

Leave a Response