JSSC के माध्यम से जो परीक्षा हुई है उसमें हम देख रहें हैं कि कैसे मीडिया ट्रायल चल रहा है : सीएम हेमंत सोरेन
527 अभ्यर्थियों को हेमंत सोरेन ने दिया नियुक्ति पत्र
रांची। डोरंडा स्थित शौर्य सभागार, जैप-1 में झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने नियुक्ति पत्र का वितरण किया। नियुक्ति पत्र वितरण समारोह में झारखंड कर्मचारी चयन आयोग (jssc) की विभिन्न प्रतियोगिता परीक्षाओं में चयनित 527 अभ्यर्थियों को नियुक्ति पत्र दिया गया। सीएम ने अपने हाथों से कई अभ्यर्थियों को नियुक्ति पत्र सौंपा। JSSC द्वारा आयोजित विभिन्न परीक्षाओं में चयनित 327 अभ्यर्थियों एवं Re-counselling के उपरांत चयनित 200 सहायक शिक्षकों को नौकरी मिलने पर सीएम ने सभी को हार्दिक शुभकामनाएं दी। सीएम हेमंत सोरेन ने अपने संबोधन में कहा कि 2019 में हम लोगों ने सरकार संभाली तो स्थिति ऐसी हुई कि राज्य के विकास की तो बात छोड़िए, राज्य में हम जिंदा कैसे रहे इस पर हम लोग चिंतित होने लगे थे। कोरोना जैसी महामारी को आप सभी ने 2 वर्ष तक देखा, दो वर्ष तक उसी में उठा-पठक पूरे देश और विश्व के अंदर होता रहा। कोरोना का बादल छटने के उपरांत विभागों की समीक्षाएं होने लगी तो पता चला कि कई की तो नियुक्ति नियमावली भी नहीं बनी है। कई बहाली में उलझने भी आ गई, कुछ वास्तविक और कुछ दिखावटी उलझने रही। इस मौके पर झारखंड सरकार के मंत्री रामेश्वर उरांव, सत्यानंद भोक्ता, बन्ना गुप्ता, हफीजुल हसन अंसारी, बन्ना गुप्ता, सांसद महुवा माजी सहित कई गणमान्य लोग शामिल थे।
गरीब परिवारों के युवा अधिकारी बनें
सीएम ने कहा कि हम लोगों ने सभी विभागों के अंदर, सभी संवर्ग की नियमावली बनाना प्रारंभ किया और नियुक्ति प्रक्रिया शुरू हुई। आपको पता होगा कि हम लोगों ने जेपीएससी का एग्जाम कंडक्ट कराया और उस परीक्षा का रिकॉर्ड रहा है कि सबसे कम समय में परीक्षा परिणाम सामने लाकर युवाओं को अधिकारी बनाने का काम किया गया था। गरीब परिवारों के युवा अधिकारी बने थे। कई बार हमने नियुक्ति पत्र का वितरण किया। फिर यह समस्या होने लगती थी कि राज्य के किस जगह में उन्हें जिम्मेदारी देनी है, इसकी भी प्रक्रिया चलती है। कई बार तो हम लोगों ने नियुक्ति पत्र के साथ-साथ उनकी पोस्टिंग लॉटरी के माध्यम से ही करायी गई।
आज आप लोगों के लिए उत्साह का दिन है
हमारा प्रयास रहा है कि हर चीज पारदर्शिता और न्याय संगत हो। हम लोगों के लिए राज्य के उच्च पदाधिकारी या राज्य के चपरासी, सभी को देखने का नजरिया एक ही है। हम लोग वर्षों से इधर-उधर बिखरी चीजों को निरंतर व्यवस्थित करने में लगे हैं। सभी व्यवस्थित ढंग से आगे बढ़ें इस पर हमारा ध्यान रहा है। सबसे अधिक, शिक्षकों की नियुक्ति हो रही है। वर्षों का इंतजार खत्म हो रहा है। आज निश्चित रूप से आप लोगों के लिए उत्साह का दिन है। हमें भी खुशी है कि आप लोग सरकार की मजबूत कड़ी के रूप में जुड़ेंगे। आज राज्य के लिए उत्साह का भी दिन है। हमारे हाथ अधिक हुए हैं ताकि हम कार्य और तेजी से कर पाए। मैं विभागों को कहना चाहूंगा कि नीचे से ऊपर तक ऐसी व्यवस्थाएं खड़ी करें, जहां अच्छे कामों के लिए किसी भी स्तर के कर्मचारियों को पुरस्कृत करने का काम हो, ताकि वे भी उत्साहवर्धक तरीके से अपना कार्य कर सकें।
परीक्षा को लेकर हम लोगों ने संकल्पित होकर काम किया है
झारखंड में लगातार परीक्षाएं आयोजित की जा रही है। कोरोना संक्रमण काल के बाद शारीरिक दक्षता वाली परीक्षा में दर्जन भर से अधिक नौजवान अपनी जान गवां बैठे हैं, इससे हम लोग बहुत-बहुत उदास हैं, चिंतित हैं। इस समस्या पर विस्तृत जांच के लिए हमने भारत सरकार के स्वास्थ्य मंत्री को भी पत्र लिखा है। मैं इस समस्या के तह तक जाऊंगा, क्योंकि झारखंड के नौजवान इतने कमजोर नहीं हो सकते जो 5-10 किलोमीटर चल ना सके, दौड़ ना सके। JSSC के माध्यम से जो परीक्षा हुई है उसमें हम देख रहें हैं कि कैसे मीडिया ट्रायल चल रहा है। वास्विकता का अता पता नहीं और मीडिया ट्रायल के जरिए सरकार को बदनाम करने की कोशिश की जा रही है। परीक्षा को लेकर हम लोगों ने संकल्पित होकर काम किया है।