रांची। झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की रात फिर ईडी ऑफिस में ही कटेगी। शनिवार को ईडी के अधिकारियों ने होटवार जेल से हेमंत सोरेन को 5 दिनों के रिमांड पर लेकर दिन के 2.35 मिनट पर लेकर आई। इसके बाद ईडी ने जमीन मामले को लेकर घंटों हेमंत सोरेन से पूछताछ शुरू की। यह पूछताछ रात करीब 8 बजे तक चली। इस दौरान ईडी के अधिकारियों ने पूर्व सीएम से जमीन से जुड़े मामले को लेकर कागजात दिखाकर पूछताछ की। विशेष अदालत से मिली 5 दिनों के रिमांड का आज पहला दिन था। बुधवार तक यह पूछताछ जारी रहेगी। मिली जानकारी के अनुसार इस दौरान 5 दिनों तक हेमंत सोरेन ईडी कार्यालय में ही रहेंगे। ईडी कार्यालय में रूकने के कारण रात को हेमंत सोरेन की पत्नी कल्पना सोरेन अपने बड़े बेटे के साथ रात में ईडी कार्यालय पहुंची। पत्नी के द्वारा लाया गया घर का खाना हेमंत सोरेन ने खाया। फिर करीब रात 9.23 बजे कल्पना सोरेन ईडी कार्यालय से निकलीं। आपको बता दें कि ईडी ने 31 जनवरी को हेमंत सोरेन को गिरफ्तार करने के बाद ईडी कार्यालय लेकर रात 10 बजे आई थी व रात को हेमंत सोरेन यहीं रात काटे थे।
कड़ी सुरक्षा के बीच लाया गया हेमंत सोरेन को
जमीन घोटाला मामले में गिरफ्तार हेमंत सोरेन को शनिवार को ईडी दफ्तर लाया गया। रिमांड के पहले दिन पूर्व मुख्यमंत्री को रांची के होटवार स्थित बिरसा मुंडा केंद्रीय कारागार से कड़ी सुरक्षा के बीच एजेंसी के एयरपोर्ट रोड स्थित जोनल कार्यालय लाया गया। ईडी दफ्तर में ही पूर्व सीएम का मेडिकल चेकअप भी किया गया। जमीन घोटाले में पूर्व सीएम हेमंत सोरेन पांच दिनों तक पूछताछ करेगी। बता दें कि ईडी ने बुधवार की रात हेमंत सोरेन को रांची जमीन घोटाले में पूछताछ के बाद सीएम आवास से ही गिरफ्तार कर लिया था। गिरफ्तारी के बाद गुरुवार की दोपहर हेमंत सोरेन को ईडी की विशेष अदालत में पेश किया गया था, जहां से उन्हें न्यायिक हिरासत में रांची के बिरसा मुंडा केंद्रीय कारागार भेज दिया गया था।
क्या है पूरा मामला समझें
ईडी ने अदालत को दिए अपने रिमांड पिटिशन में बताया है कि बड़गाई अंचल के गिरफ्तार राजस्व उपनिरीक्षक भानु प्रताप के पास से जमीन की ओरिजिनल रजिस्टर उसके घर से बरामद हुआ था। भानु प्रताप प्रसाद के मोबाइल की जांच की गई थी, जांच में यह बात सामने आई थी कि भानु ने साजिश रचकर जमीन के ओरिजनल रजिस्टर में हेरफेर कर हेमंत सोरेन के नाम की एंट्री करने की साजिश रची थी। लेकिन ईडी ने इससे पहले ही कार्रवाई कर दी, जिसके बाद जमीन हेमंत सोरेन के कब्जे में होने के बाद भी उनके नाम पर दर्ज नहीं हो पाई। ईडी ने लिखा है कि भानुप्रताप प्रसाद ने ओरिजनल रजिस्टर अपने पास ही रखा था ताकि जमीन की गलत एंट्री कर जमीन लूट की जा सके। इस सिंडिकेट में कई अन्य लोगों की संलिप्तता के साक्ष्य भी मिले थे। ईडी ने कोर्ट को बताया है कि बड़गाईं अंचल सेना की जमीन घोटाले की जांच के दौरान भानु प्रताप प्रसाद के यहां 13 अप्रैल 2023 को छापा पड़ा था, तब कई ट्रंक में दस्तावेज भानु प्रताप के घर से मिले थे। इस मामले में ईडी की सूचना पर एक जून 2023 को सदर थाने में केस दर्ज कराया गया था। इसी आधार पर ईडी ने जमीन घोटाले का केस दर्ज किया, जिसमें हेमंत सोरेन की भूमिका सामने आई।
भानू व हेमंत सोरेन को आमने-सामने बैठाकर हो सकती है पूछताछॉ
ईडी ने भानू को रिमांड पर लेने को लेकर ईडी ने कोर्ट में आवेदन दिया है। सोमवार को ईडी की विशेष अदालत में सुनवाई होगी। कोर्ट से रिमांड का प्रमिशन मिलने के बाद ईडी भानू को रिमांड पर लेकर पूछताछ करेगी। इस दौरान ईडी जमीन घोटाले से जुड़े मामले को लेकर भानू व हेमंत सोरेन को आमने-सामने बैठाकर पूछताछ कर सकती है।