ED को चेतावनी : सीएम हेमंत सोरेन के खिलाफ एजेंसी कोई एक्शन लेती है तो विद्रोह होगा | कल राजभवन के सामने आदिवासी संगठन पारंपरिक हथियार के साथ प्रदर्शन करेंगे
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![Warning to ED: There will be rebellion if the agency takes any action against CM Hemant Soren. Tribal organizations will demonstrate with traditional weapons in front of Raj Bhavan tomorrow.](https://newsboxbharat.com/wp-content/uploads/2024/01/8766.jpg)
मोरहाबादी मैदान में जुटेंगे कई जिला के आदिवासी नेता, फिर ढोल-नगाड़ा बजाकर पैदल राजभवन मार्च करेंगे
रांची। प्रवर्तन निदेशालय यानि ईडी को अब झारखंड की राजनीतिक पार्टी खुली चुनौती दे रहे हैं। ईडी ने जब से झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को लैंड स्कैम मामले में समन भेजना शुरू किया, तब से विरोध का बिगूल फूंका जा रहा है। झारखंड के सीएम हेमंत सोरेन की सहमति के बाद 20 जनवरी 2024 को ईडी की टीम सीएम आवास पर बयान दर्ज करने के लिए जाने वाली है। लेकिन इससे पहले नेताओं के बोल भी शुरू हो गए है। ईडी के विरोध में साहेबगंज जिला को बंद भी किया गया। अब ईडी पर दबाव वाली राजनीति शुरु हो गई है। कई आदिवासी संगठनों ने ऐलान कर दिया है कि अगर सीएम हेमंत सोरेन के खिलाफ एजेंसी कोई एक्शन लेती है तो विद्रोह का बिगुल फूंक दिया जाएगा। अलर गलत हुआ तो पूरे झारखंड में आग लगेगी उसकी आंच में सिर्फ वैसे लोग जलेंगे जो ईडी का समर्थन करते हैं।
केंद्र के इशारे पर ईडी काम कर रही
केंद्रीय सरना समिति के अध्यक्ष अजय तिर्की ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि केंद्र के इशारे पर ईडी एक आदिवासी सीएम को परेशान कर रही है। ईडी सिर्फ गैर भाजपा शासित राज्यों में कार्रवाई कर रही है। केंद्र व ईडी का मकसद हेमंत सरकार को अस्थिर करने की है। इससे झारखंड के लोगों में आक्रोश है। उन्होंने कहा कि समन की आड़ में मुख्यमंत्री को बदनाम करने की कोशिश की जा रही है। उन्होंने कहा कि झारखंड के कई जिलों से आदिवासी व अन्य लोग जैसे गुमला, लोहरदगा, रांची, खूंटी, रामगढ़, हजारीबाग व अन्य जगह से आएंगे। सभी मोरहाबादी में जुटेंगे, फिर यहां से ढोल नगाड़ा बजाकर राजभवन पैदल मार्च करेंगे। ईडी की कार्रवाई के खिलाफ 19 जनवरी को राजभवन के सामने कई आदिवासी संगठनों के बैनर तले पारंपरिक हथियार के साथ प्रदर्शन किया जाएगा।