+91 6205-216-893 info@newsboxbharat.com
Thursday, February 13, 2025
Latest Hindi NewsNews

मंत्री आलमगीर आलम से सभी विभाग वापस ले लिए गए ! अब सभी विभाग CM खुद देखेंगे

Share the post
Jharkhand districts news | jharkhand latest news | jharkhand latest hindi news | jharkhand news box bharat

रांची. ग्रामीण विकास विभाग में टेंडर कमीशन को लेकर जेल में बंद झारखंड सरकार में कैबिनेट मंत्री आलमगीर आलम से सभी विभाग वापस ले लिए गए. आलमगीर आलम के पास ग्रामीण विकास के अलावा संसदीय कार्य विभाग भी था. ये सभी विभाग अब मुख्यमंत्री चंपाई सोरेन खुद देखेंगे. यह निर्णय शुक्रवार की शाम लिया गया. मंत्रिमंडल सचिवालय एवं निगरानी विभाग ने शुक्रवार को इस संबंध में अधिसूचना जारी कर दी।

योजनाओं पर असर पड़ने की आशंका थी

आलमगीर आलम के जेल में बंद रहने से ग्रामीण विकास की हजारों करोड़ की योजनाओं पर असर पड़ने की आशंका पैदा हो गई थी. यहां तक कि सीएम के पद पर रहते हुए जब ईडी ने हेमंत सोरेन को 31 जनवरी 2024 को गिरफ्तार करने का फैसला किया, तो उन्होंने हिरासत में लिए जाने के पहले रात 10 बजे राजभवन जाकर राज्यपाल को इस्तीफा सौंप दिया था. ऐसे झारखंड में इसके पहले भी कई मंत्री गिरफ्तार हुए, लेकिन जेल जाते ही उन्हें पद से हटना पड़ा था.

सीएम विभागों के कामकाज पर नजर रखेंगे

आलमगीर आलम के जिम्मे ग्रामीण विकास, पंचायती राज, ग्रामीण कार्य के अलावा संसदीय कार्य विभाग भी था. विधानसभा सत्र आहूत करने से लेकर सदन के भीतर सरकार की ओर से बिल पेश किए जाने एवं विधायी कार्यों से जुड़े मुद्दे पर निर्णय लेने में संसदीय कार्य मंत्री की अहम भूमिका होती है. इसी तरह ग्रामीण विकास की तमाम योजनाओं में कई स्तरों पर मंत्री की मंजूरी की जरूरत होती है. अब उनसे सभी विभाग वापस ले लिए जाने के बाद सीएम इन विभागों के कामकाज पर नजर रखेंगे.

मंत्री पद पर बने रहेंगे या फिर…

दो माह बाद झारखंड विधानसभा का बजट सत्र भी है. बता दें कि जेल भेजे जाने के बाद भी आलमगीर आलम ने मंत्री पद से इस्तीफा नहीं दिया है. अब सवाल उठ रहा है कि आलमगीर बिना विभाग के मंत्री पद पर बने रहेंगे या फिर मंत्री पद से इस्तीफा देंगे.

15 मई को हुई थी गिरफ्तारी

आलमगीर आलम को टेंडर कमीशन घोटाले में ईडी ने 15 मई 2024 की शाम को गिरफ्तार किया था. इसके पहले ईडी ने मंत्री आलमगीर आलम के पीएस संजीव लाल और लाल के नौकर जहांगीर आलम सहित कई अन्य के ठिकानों पर 6-7 मई को छापेमारी की थी और इस दौरान 37 करोड़ से ज्यादा की रकम बरामद की गई थी. 6 को ही संजीव लाल और जहांगीर आलम को ईडी ने गिरफ्तार कर लिया था. दोनों से पूछताछ के बाद आलमगीर को ईडी ने समन भेजकर बुलाया. समन पर आलमगीर ईडी ऑफिस गए. फिर दूसरे दिन ईडी ऑफिस में पूछताछ के बाद शाम में गिरफ्तार कर लिया गया था.

Leave a Response