हेमंत सोरेन एक हफ्ते के भीतर दो बार डुमरी क्षेत्र में कार्यक्रम कर चुके हैं
लोकसभा-राज्य विधानसभा के चुनाव को लेकर सियासी माहौल बनना शुरू हो गया
रांची। झारखंड मुक्ति मोर्चा के कार्यकारी अध्यक्ष व सीएम हेमंत सोरेन ने पहले ही डुमरी विधानसभा उपचुनाव का बिगूल फूंक दिया। लेकिन यह चुनाव झारखंड में ‘इंडिया’ बनाम ‘एनडीए’ का पहला दंगल उपचुनाव में खेला जाएगा। उम्मीद की जा रही है कि चुनाव आयोग इसी महीने तारीख का ऐलान कर देगा। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने दिवंगत जगरनाथ महतो की पत्नी बेबी देवी को मंत्रिमंडल में शामिल कर पहला दांव चल दिया है। बेबी देवी को मंत्री बनाने के साथ ही तय हो गया है कि राज्य के सत्ताधारी गठबंधन की उम्मीदवार वही होंगी। उनका सीधा मुकाबला एनडीए के प्रत्याशी के साथ होगा। एनडीए के प्रत्याशी का चेहरा अभी सामने नहीं आया है। यह प्रत्याशी भाजपा या आजसू पार्टी में से किसी एक का होगा। बता दें कि हेमंत सोरेन सरकार में मंत्री रहे जगरनाथ महतो विधानसभा में डुमरी क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करते थे। बीते 6 अप्रैल को उनका निधन हो जाने की वजह से इस सीट पर उपचुनाव होना है। वहीं, 2024 के लोकसभा और राज्य विधानसभा के चुनाव को लेकर सियासी माहौल बनना शुरू हो गया है, तो झारखंड के सत्ताधारी गठबंधन यानी ‘इंडिया’ के सेनापति हेमंत सोरेन उसके पहले होनेवाले इस उपचुनाव की चुनौतियों को बेहद गंभीरता से ले रहे हैं। उन्होंने दिवंगत जगरनाथ महतो की पत्नी बेबी देवी को मंत्री बनाने के साथ उनकी उम्मीदवारी तय कर दी है। इसके बाद वह एक हफ्ते के भीतर दो बार डुमरी क्षेत्र में कार्यक्रम कर चुके हैं। सीएम के तौर पर क्षेत्र को चुनावी सौगात देने में भी वह पीछे नहीं हैं। जनसभा में जगरनाथ महतो के नाम पर डिग्री क़ॉलेज स्थापित करने का वादा कर चुके हैं। बुधवार को डुमरी में आयोजित एक सरकारी कार्यक्रम में उन्होंने विभिन्न योजनाओं के लाभुकों के बीच करोड़ों की परिसंपत्तियां बांटीं।
आजसू व भाजपा में कौन उतारेगा प्रत्याशी
मिली जानकारी के अनुसार एनडीए खेमा आजसू पार्टी के प्रत्याशी पर ही दांव लगाएगा, क्योंकि वर्ष 2019 के विधानसभा चुनाव में इस पार्टी का प्रत्याशी दूसरे नंबर पर रहा था। भाजपा यहां तीसरे नंबर पर रही थी। उस चुनाव में भाजपा और आजसू के रास्ते अलग-अलग हो जाने के कारण एनडीए की छतरी में छेद हो गई थी। दिल्ली में पीएम मोदी की अगुवाई में 18 जुलाई को हुई मीटिंग में आजसू के सुप्रीमो सुदेश महतो भी शामिल हुए थे। इस बार राज्य में दोनों पार्टियां एकजुट होकर चुनाव लड़ने को तैयार हैं।
झारखंड के मुखिया हेमंत सोरेन संभालेंगे कमान
झारखंड में “इंडिया” की कमान स्वाभाविक तौर पर झामुमो के कार्यकारी प्रमुख हेमंत सोरेन के हाथ में होगी, जबकि दूसरी तरफ यहां एनडीए के सेनापति भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी होंगे। डुमरी की लड़ाई में इन दोनों खेमों के सेनापतियों की प्रतिष्ठा भी दांव पर होगी। झामुमो के जगरनाथ महतो ने डुमरी विधानसभा क्षेत्र में पिछले चार चुनावों में लगातार जीत दर्ज की थी। 2019 के चुनाव में जगरनाथ महतो को 71,128 वोट मिले थे, जबकि 36,840 वोटों के साथ आजसू उम्मीदवार यशोदा देवी दूसरे स्थान पर थीं। भाजपा के प्रदीप साहू 36,013 वोटों के साथ तीसरे स्थान पर थे।
5 उपचुनाव में 4 पर सत्ताधारी गठबंधन ने बाजी मारी
इस बार उपचुनाव में भाजपा और आजसू की एक होने पर झामुमो प्रत्याशी को तगड़ी टक्कर मिलेगी। झारखंड में वर्ष 2019 के विधानसभा चुनावों के बाद से अब तक पांच उपचुनाव हो चुके हैं। दुमका, मधुपुर, बेरमो, मांडर और रामगढ़ सीटों पर अलग-अलग वजहों से हुए उपचुनाव में झामुमो की अगुवाई वाले सत्ताधारी गठबंधन ने चार बार जीत दर्ज की। सिर्फ एक सीट रामगढ़ का परिणाम, सत्ताधारी गठबंधन के खिलाफ गया। यहां कांग्रेस के प्रत्याशी को एनडीए (आजसू) प्रत्याशी के सामने शिकस्त खानी पड़ी।
800 करोड़ रुपये की परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास
बुधवार को गिरिडीह जिले के डुमरी में एक सार्वजनिक बैठक को संबोधित करते हुए, सोरेन ने कहा कि उनकी सरकार गरीबों के उत्थान के लिए प्रतिबद्ध है और यह सुनिश्चित करने के लिए कदम उठाए गए हैं कि विभिन्न सरकारी योजनाओं का लाभ ग्रामीणों को उनके दरवाजे तक पहुंचे। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कुल 800 करोड़ रुपए की 188 परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास किया। उन्होंने विभिन्न सरकारी योजनाओं के लाभार्थियों को कृषि परिसंपत्तियों का भी वितरण किया। सोरेन ने 68.21 करोड़ रु. की 28 परियोजनाओं का उद्घाटन किया और 725.59 करोड़ रु. की 160 परियोजनाओं का शिलान्यास किया। उन्होंने घोषणा की कि बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा उपलब्ध कराने के लिए डुमरी में प्रसिद्ध नेतरहाट आवासीय विद्यालय की तर्ज पर एक स्कूल खोला जाएगा।