विधानसभा विशेष सत्र से पहले आज बनेगी सत्ता व विपक्ष की रणनीति | 9-10 जुलाई को होगा मंत्रीमंडल का विस्तार | कांग्रेस कोटे से इरफान बनेंगे मंत्री
8 जुलाई को झारखंड विधानसभा का विशेष सत्र
रांची। झारखंड में फिर से एक बार हेमंत सरकार चल रही है, लेकिन इस सरकार में अभी सिर्फ हेमंत सोरेन ही सरकार है। क्योंकि उनके कैबिनेट में कोई मंत्री नहीं है। सोमवार यानी 8 जुलाई 2024 को झारखंड विधानसभा का विशेष सत्र बुलाया गया है। महागठबंधन के नेता मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन सदन में विश्वास मत आसानी से हासिल करे लेंगे, क्योंकि विधायकों की संख्या बल से ज्यादा हेमंत के पास है। यानी हेमंत इंडिया गठबंधन के विधायकों के साथ सदन में बहुमत हासिल कर लेंगे। लेकिन बहुमत हासिल करने से पहले सत्ता व विपक्ष आज ही शाम में अलग-अलग रणनीति बनाएंगे। ताकि किसी तरह की कोई परेशानी विशेष सत्र को दौरान न हो। हेमंत सरकार के पास बहुमत से ज्यादा संख्या बल है। ऐसे में झारखंड के सीएम हेमंत सोरेन सदन में फ्रंट फुट पर बैटिंग करना चाहेंगे।
हेमंत के पास 46 विधायकों का समर्थन
सदन में विपक्ष के हर सवालों का जवाब देने के लिए हेमंत सोरेन तैयार हैं। फिलहाल 76 निर्वाचित विधायकों की विधानसभा है। विश्वास मत जीतने के लिए 39 विधायकों का समर्थन हेमंत सरकार को चाहिए। इस तरह अगर नंबर्स को देखें तो सत्ताधारी दल के पास झामुमो का 27, कांग्रेस का 17, राजद और सीपीआई माले का 01-1 विधायकों का समर्थन यानी कुल मिलाकर 46 विधायक समर्थन में है। ऐसे में कहीं कोई दिक्कत नहीं है। वहीं, विपक्ष में बीजेपी के पास 23, आजसू के पास 3, एनसीपी 1, निर्दलीय के पास 2 विधायक हैं।
जेल से छूटने के बाद हेमंत सोरेन के तेवर कुछ अलग ही दिख रहे हैं। विश्वास मत के बाद कैबिनेट विस्तार भी होनी है। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार 9-10 जुलाई को हेमंत कैबिनेट का विस्तार हो जाएगा।
रिपिट होंगे मंत्री, इरफान की खुलेगी किस्मत
मिली जानकारी के अनुसार हेमंत सोरेन सरकार में पिछली बार के सभी मंत्री रिपिट होंगे। जेएमएम, कांग्रेस व आरजेडी के जो मंत्री थे, वहीं मंत्री फिर से रिपिट करने जा रहे हैं। कांग्रेस में आलमगीर आलम के जेल जाने के बाद एक मंत्री पद कांग्रेस कोटा का खाली है। ऐसे में कांग्रेस के दो बार के विधायक इरफान अंसारी का मंत्री बनना लगभग फाइनल हो गया है। क्योंकि कांग्रेस से एक अल्पसंख्यक कोटे से एक मंत्री पद भरा जाना है। ऐसे में इरफान अंसारी से बड़ी दावेदारी किसी आैर की नहीं बन पा रही है। पिछले कैबिनेट में 12 सदस्यीय मंत्रिमंडल में जेएमएम के पास मुख्यमंत्री समेत 6, कांग्रेस के पास 4 और आरजेडी के पास 1 मंत्री पद था। अगर 13 को मंत्री बनाया गया तो जेएमएम के बैजनाथ राम की भी किस्तम खुल सकती है।
कई विधायक बन गए सांसद
81 निर्वाचित सदस्यों वाली झारखंड विधानसभा के कई विधायकों नें सांसद बनने पर इस्तीफा दे दिया है। वहीं, कुछ ने लोकसभा चुनाव से पहले दूसरे दल में शामिल होने पर विधानसभा की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया था। इस्तिफा देने वाले विधायकों में सीता सोरेन, जोबा मांझी, नलिन सोरेन, मनीष जायसवाल, ढुल्लू महतो का नाम शामील है। इन लोगों ने सदन की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया था। वहीं, 2019 विधानसभा चुनाव में भाजपा के सिंबल पर चुनाव जीतकर विधायक बने जयप्रकाश भाई पटेल 2024 का लोकसभा चुनाव कांग्रेस के सिंबल पर लड़े थे, लेकिन विधायक पद से इस्तीफा नहीं दिया। ऐसे में दल बदल कानून के तहत उनकी सदस्यता रद्द करने का मामला विधानसभा न्यायाधिकरण में चल रहा है।