कुड़मी समाज का रेल रोको आंदोलन: गोमिया विधायक लंबोदर महतो अरेस्ट । सरायकेला-खरसावां में पुलिस पर पथराव
रांची। कुड़मी समाज को एसटी में शामिल करने की मांग को लेकर झारखंड में कुड़मी समाज का रेल रोको आंदोलन 20 सितंबर की सुबह से ही शुरू है। अपनी मांग को लेकर कुड़मी संगठनों ने आज से रेल टेका, डहर छेंका ( रेल रोको-रास्ता रोको आंदोलन शुरू किया। कुड़मियों के इस आंदोलन का असर झारखंड में व्यापक रूप से दिख रहा है। कुड़मी-कुर्मी को एसटी का दर्जा देने के लिए आंदोलनरत गोमिया विधायक लंबोदर महतो को सिल्ली पुलिस ने हिरासत में लिया है। पुलिस ने उन्हें मुरी जंक्शन से हिरासत में लिया, उन्हें सिल्ली थाना में रखा गया है।
पुलिस व आंदोलनकारी आमने-सामने हुए
झारखंड पुलिस आंदोलन को लेकर काफी अलर्ट है। चप्पे-चप्पे पर सुरक्षा बलों की तैनाती की गई है। इसी बीच सरायकेला-खरसावां जिला में कुड़मी आंदोलनकारी नीमडीह स्टेशन के अंदर जाने की जिद पर अड़ गए। तभी अचानक आंदोलनकारी उग्र हो गए और वे पुलिस का घेरा तोड़ कर आगे बढ़ने की कोशिश करने लगे। पुलिस ने भीड़ को हटाने के लिए आंदोलनकारी पर लाठी चार्ज कर दिया। इससे वहां भगदड़ मच गई। पुलिस की लाठी चार्ज करने के बाद आंदोलनकारियों ने भी पुलिस पर जमकर पथराव शुरू कर दिया। इससे माहौल गर्म हो गया है, लाठी चार्ज और पथराव में पुलिस और आंदोलनकारी दोनों तरफ से कई लोग घायल हो गए। बाद में घायलों को इलाज के लिए अस्पताल भी भेजा गया
सैकड़ों की संख्या में आंदोलनकारी इक्ट्ठा हुए
आंदोलनकारी नीमडीह रेलवे फाटक से पूर्व रघुनाथपुर-पटमदा सड़क मार्ग पर सैकड़ों की संख्या में मौजूद कुड़मी जाति के आंदोलनकारी इक्ट्ठा हुए थे। इसमें महिला और पुरुष सभी शामिल थे। बुधवार दोपहर पुलिस के मना करने के बाद भी आंदोलनकारी जबरन रेलवे ट्रैक जाम करने आगे बढ़ने लगे, जिसके बाद पुलिस ने पहले चेतावनी दी और फिर उन पर लाठीचार्ज कर दिया। पुलिस के लाठीचार्ज करते ही वहां अफरा-तफरी मच गई। लाठीचार्ज में कई आंदोलनकारी घायल भी हुए। इससे आक्रोशित होकर उन्होंने पुलिस पर पथराव कर दिया।