बालूमाथ के भाजपा नेता राजेंद्र की हत्या की जिम्मेवारी नक्सली संगठन टीएसपीसी ने ली | कहा करोड़ों रुपए गबन कर लिया था


रांची। लातेहार के पूर्व जिला परिषद उपाध्यक्ष व भाजपा नेता राजेंद्र साहू की हत्या की जिम्मेवारी टीएसपीसी नक्सली संगठन ने ली है। नक्सली संगठन की ओर से एक प्रेस विज्ञप्ति जारी कर कहा गया कि राजेंद्र साहू ने टीएसपीसी संगठन के करोड़ों रुपए गबन कर लिया था। टीएसपीसी नक्सली संगठन के मध्य सब जोनल कमिटी के कामरेड अभिषेक के द्वारा शुक्रवार को प्रेस विज्ञप्ति जारी की गई। विज्ञप्ति में कहा गया है कि राजेंद्र साहू पिछले कई वर्षों से नक्सली संगठन टीएसपीसी के संपर्क में थे। संगठन के करोड़ों रुपए उन्होंने गबन कर लिया था। संगठन के द्वारा जब उनसे पैसे की मांग की जा रही थी तो वह संगठन को ही चैलेंज करने लगे थे, नक्सली संगठन टीएसपीसी ने राजेंद्र साहू पर कई अन्य गंभीर आरोप भी लगाए हैं। जिसमें संगठन के साथ गद्दारी करने का भी आरोप है। इसी कारण संगठन के द्वारा राजेंद्र साहू के खिलाफ फौजी कार्रवाई की गई और उनकी हत्या कर दी गई। राजेंद्र साहू को गत 12 अगस्त को बालूमाथ प्रखंड मुख्यालय में अपराधियों ने गोली मार दी थी। इसके बाद रांची के एक निजी अस्पताल में इलाज के दौरान 14 अगस्त को उनका निधन हो गया था।
डीजीपी ने एक दिन पहले ही कहा था कि पैसे के कारण हत्या हुई
इस हत्याकांड पर झारखंड के डीजीपी अजय कुमार ने गुरुवार को ही बताया था कि राजेंद्र साहू की हत्या पैसे के लेन देन के कारण हुई थी। जांच के दौरान यह खुलासा हुआ है कि भाजपा नेता राजेंद्र प्रसाद साहू के द्वारा एक बड़ी रकम की लेनदेन कुछ ऐसे लोगों के साथ की गई थी, जो एक प्रतिबंधित नक्सली संगठन के साथ जुड़े हुए थे। रकम काफी बड़ी थी इसलिए इसे लेकर लगातार राजेंद्र साहू के साथ विवाद चल रहा था। डीजीपी ने कहा था कि भाजपा नेता के हत्याकांड में शामिल तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है, जबकि शूटर की तलाश की जा रही है। इसके लिए एटीएस और जिला पुलिस की टीम लगी हुई है। डीजीपी ने कहा कि गिरफ्तार तीनों आरोपी हत्या की साजिश रचने में शामिल थे और शूटर को इन्हीं के द्वारा पनाह दिया गया था।