रांची। नई दिल्ली में गणतंत्र दिवस पर आयोजित समारोह में झारखंड की झांकी ने सभी का मन मोह लिया। जैसे ही झारखंड की तसर सिल्क के उत्पादन को इस झांकी में दिखाया गया, सभी खड़े होकर ताली बजाकर झारखंड की झांकी का स्वागत किया।. इस झांकी में तसर सिल्क उत्पादन से जुड़ी महिलाओं को काम करते हुए दिखाया गया। कर्तव्य पथ पर झारखंड की झांकी का कई लोगों ने खड़े होकर अभिवादन किया और इसे खूब सराहा। गणतंत्र दिवस में झारखंड की झांकी की थीम ‘झारखंड का तसर’ रही। झारखंड की झांकी बेहद ही आकर्षक नजर आई, इस झांकी को सोहराय और कोहबर पेंटिंग से संवारा और सजाया गया। इसमें झारखंड की जनजातीय शक्ति के बारे में दर्शाया गया। झारखंड तसर उत्पादन में अग्रणी राज्य है। देश के 62 फीसदी तसर का उत्पादन झारखंड में होता है। झारखंड का मयूराक्षी नाम का ब्रांड पूरी दुनिया में प्रसिद्ध है, विश्व के कई देशों में झारखंड का तसर सिल्क भेजा जाता है। प्रदेश में जनजातीय समुदाय के लगभग डेढ़ लाख लोग तसर उत्पादन से रोजगार पा रहे हैं। इसमें ज्यादातर आदिवासी और जनजातीय महिलाएं शामिल हैं। प्रत्येक वर्ष औसतन लगभग 20 हजार पांच सौ मीट्रिक टन तसर का उत्पादन झारखंड से होता है।
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