झारखंड के रणजी क्रिकेटर अजय यादव ने सभी फार्मेट से लिया संन्यास | अब बच्चों को कोचिंग देने का प्लान


रांची। झारखंड रणजी टीम के बेहतरीन तेज गेंदबाजों में शुमार अजय यादव ने क्रिकेट के सभी फॉर्मेट से संन्यास ले लिया। NEWS BOX BHARAT से खास बातचीत करते हुए दाएं हाथ के तेज गेंदबाज अजय यादव ने कहा कि अब उनका शरीर क्रिकेट के लिए साथ नहीं दे रहा है, इसलिए संन्यास ले रहा हूं। अब मैं बच्चों को कोचिंग देना चाहता हूं। मेरा जो गेंदबाजी में अनुभव रहा, नए बच्चों को तराश कर उसे साझा करना चाहता हूं। अगर झारखंड क्रिकेट एसोसिएशन (जेएससीए) मेरा सेवा लेना चाहेगा तो मैं जरूर सेवा दूंगा। मैं खेलने से दूर हुआ हूं, लेकिन क्रिकेट से दूर नहीं रह सकता। कोचिंग देकर नए-नए बच्चों का भविष्य बनाना चाहता हूं। अजय ने कहा कि क्रिकेट छोड़ना आसान काम नहीं है, लेकिन मेरा भाग्य साथ नहीं दे रहा। इसलिए अब मैं आगे क्रिकेट नहीं खेल सकता। अजय ने कहा कि मेरी इच्छा थी की मैं फर्स्ट क्लास क्रिकेट में 100 विकेट पूरा कर लूं, पर ये नहीं कर सका। अजय ने फर्स्ट क्लास क्रिकेट में 96 विकेट हासिल किए हैं।
2012 में झारखंड रणजी क्रिकेट टीम में हुआ था सेलेक्शन
2012-13 में झारखंड की ओर से अजय यादव का सेलेक्शन रणजी टीम के लिए हुआ था। इसके बाद से अजय लगातर झारखंड की ओर से रणजी क्रिकेट का मैच खेलकर कई विकेट हासिल किए। अजय झारखंड की ओर से अपना अंतिम मैच रणजी 2020 तक खेलें। इसके बाद घुटने में चोट लग जाने के कारण लंबे समय तक क्रिकेट से दूर रहे। अजय ने 31 रणजी मैच खेले 70 विकेट हासिल किए। मुश्ताक अली, देवधर ट्रॉफी जैसे बड़े टूर्नामेंट में अजय ने अपनी गेंदबाजी का जादू बिखेरा। अजय यादव ने टीम इंडिया के विकेटकीपर ईशान किशन, गेंदबाज शाहबाज नदीम, वरुण आरोन, वरुण शुक्ला, सौरभ तिवारी, एसपी गौतम, इशांत जग्गी जैसे दिग्गज क्रिकेटरों के साथ लंबे समय तक टीम में रहकर खेलें।
