

रांची। चाराा घोटाला मामले में सोमवार को बड़ा फैसला आएगा। डोरंडा कोषागार से अवैध निकासी मामले में सीबीआई की विशेष अदालत में 124 आरोपियों के भाग्य का फैसला होना है। न्यायाधीश विशाल श्रीवास्तव की कोर्ट में सभी आरोपियों को सशरीर पेश होना है। इस मामले में सीबीआई ने कोर्ट के समक्ष अब तक 500 से ज्यादा गवाहों को पेश किया है। चारा घोटाला मामले में लालू प्रसाद के पांच मामले सहित 53 मामले में सीबीआई कोर्ट में सुनवाई हो चुकी है। जिसमें 52 मामलों में कोर्ट ने फैसला भी सुना दिया है। आज डोरंडा कोषागार मामले में फैसला सुनाने के बाद चारा घोटाला से जुड़े सभी मामलों में फैसला आ जाएगा। इस मामले में बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू यादव को पहले ही सजा हो चुकी है।
लालू यादव का नाम शामिल नहीं
चारा घोटाला मामले में आरोपियों की सबसे ज्यादा संख्या डोरंडा कोषागार से जुड़े मामले में ही है। इससे पूर्व चाईबासा, देवघर और दुमका मामले में फैसला सुनाया जा चुका है। जिसमें लालू यादव समेत कई दोषियों को सजा सुनाई गई है। वहीं, आज होने वाली सुनवाई में लालू प्रसाद यादव को लेकर कोई निर्णय नहीं लिया जाएगा। 124 आरोपियों में लालू यादव का नाम शामिल नहीं है, क्योंकि इस मामले में लालू यादव को पहले ही सजा सुनाई जा चुकी है। सीबीआई की तरफ से चारा घोटाला में 66 मामले दर्ज किए गए थे, जिसमें छह मामले में आरजेडी सुप्रीमो लालू यादव को भी अभियुक्त बनाया गया था। वहीं, अन्य सभी मामलों में कई पशु चिकित्सक के साथ-साथ सीनियर आईएएस अधिकारियों के नाम भी शामिल हैं। आज होने वाली सुनवाई में कई ऐसे रिटायर्ड पदाधिकारी भी सशरीर हाजिर होंगे, जिनकी उम्र करीब 85 से 95 वर्ष है। 90 के दशक का देश के सबसे बड़े घोटाले के रूप में देखा जाता है। लालू यादव के मुख्यमंत्री रहने के दौरान यह घोटाला हुआ था, जिसकी राशि करीब 950 करोड़ बताई गई थी।