रांची दौरे पर चुनाव आयोग की टीम : आयोग ने प्रलोभन मुक्त चुनाव झारखंड में सुनिश्चित करने के निर्देश दिए
झारखंड में होने वाले चुनाव को सुचारू और शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न कराना है
रांची। झारखंड में आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर सरगर्मी तेज हो गई है। हर ओर अब सिर्फ चुनाव को लेकर ही चर्चा होने लगी है। कभी भी झारखंड में चुनाव का एलान किया जा सकता है। इसी कड़ी में मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार के नेतृत्व में चुनाव आयोग का एक प्रतिनिधिमंडल चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार और डॉ. एसएस संधू के साथ झारखंड के 2 दिवसीय दौरे पर सोमवार को रांची पहुंचे। टीम ने सबसे पहले राष्ट्रीय और राज्य स्तर की मान्यता प्राप्त पार्टियों के साथ उनकी प्रतिक्रिया और सुझाव के लिए बैठक की। बैठक के दौरान मुख्य चुनाव आयुक्त ने सभी राजनीतिक दलों से आगामी विधानसभा चुनाव को स्वतंत्र और निष्पक्ष तरीके से कराने में सहयोग की अपील की। राजनीतिक दलों के साथ बैठक के बाद आयोग ने आयकर विभाग, आबकारी विभाग, जीएसटी, रिजर्व बैंक, वन, परिवहन, नागरिक उड्डयन, नारकोटिक्स आदि जैसी विभिन्न केंद्रीय और राज्य प्रवर्तन एजेंसियों के साथ बैठक की और उनकी कार्ययोजना की समीक्षा की। आयोग द्वारा प्रलोभन मुक्त चुनाव सुनिश्चित करने के स्पष्ट निर्देश दिए गए।
चुनाव को लेकर कार्ययोजना प्रस्तुत की गई
इसके बाद आयोग ने राज्य के मुख्य निर्वाचन अधिकारी के रवि कुमार और राज्य पुलिस नोडल अधिकारी एवी होमकर और सीएपीएफ के नोडल अधिकारी के साथ बैठक की। अधिकारियों ने अपनी-अपनी कार्ययोजना प्रस्तुत की।आयोग ने राज्य में आगामी विधानसभा चुनाव को सुचारू और शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न कराने के लिए अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। आयोग ने शाम को झारखंड के मुख्य सचिव एल खियांग्ते और पुलिस महानिदेशक अनुराग गुप्ता के साथ बैठक की।
विभिन्न राजनीतिक दलों ने कई सुझाव दिए
चुनाव आयोग की टीम ने पहले दिन की पहली बैठक राजनीतिक दलों के साथ शुरू की थी। इस बैठक में कांग्रेस, भारतीय जनता पार्टी, झारखंड मुक्ति मोर्चा, राजद, आजसू समेत झारखंड के 9 राष्ट्रीय और क्षेत्रीय दलों के प्रतिनिधियों ने आयोग को एक-एक कर सुझाव दिए। चुनाव आयोग के समक्ष प्रत्येक राजनीतिक दल के लिए 12 मिनट का समय निर्धारित किया गया। इस निर्धारित समय में राजनेताओं को आयोग को सुझाव देने थे, इस दौरान भाजपा ने जहां राज्य की गृह सचिव वंदना दादेल को चुनाव कार्य से अलग रखने की मांग की, वहीं, कांग्रेस ने उन्माद फैलाने वाले भाजपा नेताओं को झारखंड आने से रोकने की मांग की। कांग्रेस ने मांग किया कि अफवाह फैलाने वाले भाजपा नेताओं को झारखंड आने से रोका जाए। 15 नवंबर के बाद चुनाव कराया जाये। त्योहारों को ध्यान में रखते हुए चुनाव की तिथि की घोषणा करें व कम से कम चरणों में मतदान कराने की मांग चुनाव आयोग से की। वहीं, भाजपा बांग्लादेशी घुसपैठियों का पहचान पत्र रद्द करने की मांग की। साथ ही त्योहार को ध्यान में रखते हुए मतदान की तिथि घोषित करें, कम से कम चरणों में मतदान हो व गृह सचिव वंदना दादेल को चुनाव कार्य से अलग रखने की मां की।
मंगलवार को भी होगी बैठक
आज सुबह बिरसा मुंडा एयरपोर्ट पहुंचे आयोग के सदस्यों का झारखंड के मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी के रवि कुमार के नेतृत्व में राज्य के वरिष्ठ अधिकारियों ने स्वागत किया। मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी कार्यालय ने बताया कि मंगलवार को सभी प्रमंडलों के आयुक्तों, जोनल आईजी, सभी जिलों के जिला निर्वाचन पदाधिकारी, सभी डीआईजी, सभी पुलिस अधीक्षकों के साथ समीक्षा की जाएगी। समीक्षा बैठकों में आयोग के वरिष्ठ डीईसी, डीईसी और अन्य पदाधिकारी मौजूद थे।