रांची। झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को ईडी की ओर से भेजे गए समन पर गुरुवार को पेश होना है। ईडी ने जमीन घोटाले में समन भेजकर सीएम को 24 अगस्त को दिन के 11 बजे एजेंसी के रांची जोनल ऑफिस में उपस्थित होने को कहा है। ईडी ने समन के साथ–साथ एक पत्र भी भेजा है, जिसमे ईडी ने मुख्यमंत्री के द्वारा भेजे गए पत्र में लगाए गए आरोपों पर जवाब दिया है। अब सीएम के आने से पहले ईडी ऑफिस के अंदर व बाहर हलचल तेज हो गई है। सुरक्षा में लगे जवान ईडी कार्यालय के बाहर आ गए हैं, मीडिया के भी लोगों का आना शुरू हो गया है। सुबह 9 बजे तक ईडी ऑफिस के बाहर फोर्स नहीं थे। लेकिन 9.30 बजे से फोर्स का आना शुरू हो गया है। अब सीएम कितने बजे ईडी कार्यालय आएंगे, इसकी सूचना अभी नहीं मिली है। लेकिन यह तय है कि सीएम ईडी ऑफिस आएंगे। इस दौरान ईडी कार्यालय के बाहर सुरक्षा के भी पुख्ता इंतजाम किए गए हैं। बता दें कि इससे पहले आठ अगस्त को भी ईडी ने सीएम हेमंत सोरेन को समन भेजकर 14 अगस्त को उपस्थित होने के लिए कहा था, लेकिन वे उपस्थित नहीं हुए थे। मुख्यमंत्री के ईडी कार्यालय आने को लेकर जिला प्रशासन ने भी अपनी पूरी तैयारी कर रखी है। ताकि किसी प्रकार की कोई परेशानी न हो।
14 अगस्त के समन पर क्या बोले थे मुख्यमंत्री
मुख्यमंत्री ने ईडी को चिट्ठी लिखकर समन वापस लेने के लिए कहा था। यह भी कहा था कि वे कानूनी सलाह ले रहे हैं। कानूनी प्रक्रिया के तहत ईडी से निपटेंगे। सीएम ने ईडी को लिखा था कि आपका इस मामले में भेजा गया समन गैर कानूनी है। वे कानूनी सलाह लेकर ही आगे बढ़ेंगे। मुख्यमंत्री ने ईडी को चिट्ठी लिखकर आगे कहा था कि 14 अगस्त को आपके सामने पेश होने के लिए मुझे जान-बूझकर समन भेजा गया है। आप और आपके राजनीतिक आका इस बात से पूरी तरह परिचित हैं कि झारखंड के मुख्यमंत्री होने के नाते मुझे 15 अगस्त को 77वें स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर राष्ट्रीय ध्वज फहराना है। स्वतंत्रता दिवस समारोह एक सप्ताह पहले से शुरू हो जाता है और 14 अगस्त समारोह के लिए एक महत्वपूर्ण दिन है। इस दिन कई बैठकें पूर्व निर्धारित होती हैं। यह न केवल मेरा बल्कि झारखंड राज्य और यहां के लोगों की प्रतिष्ठा को धूमिल करने और लोकतांत्रिक रूप से निर्वाचित सरकार को अस्थिर करने की योजना का हिस्सा है।
जमीन घोटाले से जुड़ा मामला है
रांची में जमीन घोटाले से जुड़े केस में सीएम हेमंत सोरेन से पूछताछ होनी है। ईडी ने रांची जमीन घोटाले में मुख्यमंत्री को पूछताछ के लिए 14 अगस्त को बुलाया था, लेकिन मुख्यमंत्री पहले समन पर उपस्थित नहीं हुए। इस दौरान उन्होंने एक पत्र ईडी के असिस्टेंट डायरेक्टर देवव्रत झा को भेजा था। जिसमें उन्होंने ईडी की कार्रवाई को राजनीति से प्रेरित बताते हुए कानून की शरण में जाने की त कही थी। वहीं, ईडी से समन वापस लेने की मांग की गई थी। जिसके बाद ईडी ने भी सीएम को जवाबी पत्र भेजते हुए दूसरा समन भेज दिया। सूत्र बता रहे हैं कि मुख्यमंत्री ईडी के सवालों का सामना करने का मन बना चुके हैं।