27 अक्टूबर से एशियन विमेंस हॉकी: पहली बार रांची में लगेगा अंतरराष्ट्रीय महिला हॉकी खिलाड़ियों का जमावड़ा
टूर्नामेंट पहली बार भारत में हो रहा, 27 अक्टूबर से 5 नवंबर तक रांची में आयोजित होगा
रांची। झारखंड को 7वीं एशियन विमेंस हॉकी चैंपियनशिप की मेजबानी मिली है। यह प्रतिष्ठित इंटरनेशनल टूर्नामेंट पहली बार भारत में हो रहा है। यह टूर्नामेंट 27 अक्टूबर से 5 नवंबर तक रांची में आयोजित होगा और झारखंड सरकार इसकी प्रायोजक होगी। इसे लेकर हॉकी इंडिया और झारखंड सरकार के बीच मंगलवार को एमओयू हुआ। झारखंड सरकार ने आयोजन के लिए हॉकी इंडिया को 10 करोड़ का चेक भी सौंपा। इस मौके पर राज्य के खेल मंत्री हफीजुल हसन, खेल सचिव मनोज कुमार और हॉकी इंडिया के अध्यक्ष दिलीप तिर्की एवं महासचिव भोलानाथ सिंह मौजूद रहे। एमओयू के बाद टूर्नामेंट के लोगो का विमोचन किया गया। हॉकी इंडिया की ओर से आधिकारिक तौर पर बताया गया कि चैंपियनशिप में मौजूदा चैंपियन जापान, उपविजेता साउथ कोरिया, चीन, मलेशिया, थाईलैंड और मेजबान भारत की टीमें हिस्सा लेंगी। इनके बीच कुल 21 मैच खेले जाएंगे। हॉकी इंडिया के अध्यक्ष दिलीप टिर्की ने हॉकी के विकास में झारखंड सरकार की ओर से मिल रहे सहयोग के प्रति आभार जताया। एशियन हॉकी फेडरेशन के अध्यक्ष डातो फुमियो ओगुरा ने कहा कि हम रांची में विश्वस्तरीय हॉकी टूर्नामेंट के शानदार आयोजन की उम्मीद कर रहे हैं।
झारखंड का हॉकी का इतिहास समृद्ध रहा है
रांची ने इससे पहले 2012 से 2015 तक कई हॉकी इंडिया लीग मैचों की मेजबानी की है और यह सिटी बेस्ड फ्रेंचाइजी रांची रेज का घर था। हाल के वर्षों में, स्टेडियम में कई शीर्ष घरेलू स्तर के आयोजन हुए हैं और सबसे बड़ी बात यह है कि इस शहर में इस खेल के लिए एक बड़ा फैन बेस है। झारखंड का हॉकी का इतिहास समृद्ध रहा है। इसने सात ओलंपिक खिलाड़ी पैदा किए हैं, जिन्होंने गर्व से भारत का प्रतिनिधित्व किया है। इनमें स्वर्गीय जयपाल सिंह मुंडा, सिलवानुस डुंगडुंग, मनोहर टोपनो, अजीत लाकड़ा, निक्की प्रधान, सलीमा टेटे और स्वर्गीय माइकल किंडो और स्वर्गीय मारंग गोमके शामिल हैं।