

रांची। बेल्जियम की अधिकारियों ने पंजाब नेशनल बैंक (PNB) लोन घोटाले के प्रमुख आरोपी और भगोड़े मेहुल चोकसी को शनिवार, 12 अप्रैल 2025 को गिरफ्तार कर लिया है। भारतीय एजेंसियों द्वारा उसके स्थान का पता लगाने के बाद यह कार्रवाई की गई। चोकसी पर भारत में 13,500 करोड़ रुपये के बैंक धोखाधड़ी के मामले में आरोप हैं। PNB घोटाला भारत का दूसरा सबसे बड़ा बैंक धोखाधड़ी मामला है। चोकसी ने घोटाला सामने आने से पहले ही एंटीगुआ की नागरिकता हासिल कर ली थी। केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) और प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने उसकी संपत्तियों को जब्त करने सहित कड़ी कार्रवाई की है। अब न्यायिक प्रक्रिया और द्विपक्षीय कानूनी समझौतों के आधार पर चोकसी के भारत लौटने का इंतजार है।
पलायन और गिरफ्तारी का सिलसिला
- चोकसी जनवरी 2018 में अपने भतीजे नीरव मोदी के साथ भारत से फरार हो गया था। यह घटना PNB घोटाला सामने आने से कुछ ही समय पहले घटी।
- 2021 के अंत में वह एंटीगुआ से भागकर बेल्जियम पहुंच गया, जहां उसकी पत्नी प्रीति चोकसी (बेल्जियम नागरिक) के साथ एंटवर्प में रह रहा था। उसने बेल्जियम में “एफ रेजीडेंसी कार्ड” हासिल करने के लिए झूठे दस्तावेज पेश किए, जिसमें इलाज के बहाने का सहारा लिया गया।
- 2021 में ही, डोमिनिका में उसे क्यूबा जाते समय पकड़ा गया था, लेकिन उसने इसे “राजनीतिक साजिश” बताया और भारतीय एजेंसियों पर संपत्ति जब्त करने का आरोप लगाया।
वर्तमान स्थिति
- चोकसी को बेल्जियम की कोर्ट में पेश किया गया, जहां उसके वकीलों ने स्वास्थ्य और अन्य आधारों पर जमानत की मांग की। हालांकि, वह फिलहाल जेल में ही है।
- भारत सरकार उसके प्रत्यर्पण की प्रक्रिया तेज करने में जुटी है। एसोसिएटेड प्रेस की रिपोर्ट के अनुसार, चोकसी ने बेल्जियम में निवास के लिए जाली दस्तावेजों का इस्तेमाल किया, जिससे प्रत्यर्पण रोकने की कोशिश की गई।
add a comment