रांची। लखनऊ में विधानसभा के पास धरने पर बैठी एक महिला ने अपने साथ बलात्कार का आरोप लगाया है। पीड़ित महिला ने बताया कि वो सीएम योगी आदित्यनाथ से मिलने लखनऊ पहुंची थी। जब उसे मिलने नहीं दिया गया तो वह रात में वहीं पर धरना देकर बैठ गई। इस दौरान उसके साथ रेप की वारदात हुई है। पूर्व में महिला ने कौशांबी से गोरखपुर जाकर अपनी समस्या सीएम योगी को सुनाई थी। पीड़ित महिला के अनुसार, कौशांबी प्रशासन ने महिला को टॉर्चर करना शुरू कर दिया है। इन सारी बातों की जानकारी देने 3 अक्टूबर, 2023 को वो लखनऊ विधानसभा के सामने धरने पर बैठी थी। जब महिला को सीएम योगी से नहीं मिलने दिया गया तो वह रात भर धरने पर बैठी रही। धरने पर बैठने के दौरान उस महिला के साथ रात में ही बलात्कार की घटना को अंजाम दिया गया। पुलिस अधिकारी ने कहा कि थाना क्षेत्र हजरतगंज के 1090 चौराहे के पास से महिला को कमजोरी के कारण बेसुध पड़े होते देखने पर पुलिस द्वारा तत्काल एंबुलेंस की सहायता से अस्पताल में भर्ती कराया गया। तत्काल महिला पुलिस कर्मियों द्वारा जाकर महिला से वार्ता की गई और उनकी लिखित तहरीरी सूचना पर धारा 328, 376 आईपीसी के अंतर्गत अभियोग पंजीकृत किया गया।
राम सेवक यादव को जेल भेजा गया
महिला द्वारा बताया गया की एक व्यक्ति मदद का झांसा देकर उन्हें होटल ले गया, जहां उनके साथ दुष्कर्म की घटना हुई। मात्र दस घंटों में पुलिस द्वारा करीब 50 से अधिक कैमरा देखकर और मैनुअली 100 से अधिक होटल चेक कर घटना का अनावरण कर एक आरोपी मयंक भानु सिंह पुत्र राम सेवक यादव को जेल भेजा गया है। फिलहाल पीड़ित महिला को हजरतगंज के झलकारी बाई अस्पताल में भर्ती कराया गया है। जहां उसका ईलाज जारी है। महिला की शिकायत पर पुलिस ने विभिन्न धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया है।