रांची। पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी व झारखंड क्रिकेट एसोसिएशन के पूर्व अध्यक्ष अमिताभ चौधरी की आज पुण्यतिथि है। इस अवसर पर देशवासी उन्हें अपनी श्रद्धांजलि अर्पित कर रहे हैं। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु, उप राष्ट्रपति जगदीप धनगड़ व प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पूर्व पीएम अटल बिहारी वाजपेयी को उनकी पुण्यतिथि पर श्रद्धांजलि देने के लिए सदैव अटल स्मारक पहुंचे। इस दौरान केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और अन्य भाजपा नेता भी मोजूद रहें। बता दें कि अलटजी ने प्रधानमंत्री के रूप में 3 बार देश की सत्ता संभाली। करीब 5 दशकों तक देश की राजनीति में सक्रिय रहने वाले अटलजी ने कई ऐतिहासिक कार्य किए। अटल जी के कृतित्व को लेकर पीएम मोदी ने एक ट्वीट किया। पीएम मोदी ने ट्वीट कर लिखा- मैं भारत के 140 करोड़ लोगों के साथ मिलकर अटल जी को उनकी पुण्य तिथि पर श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं। उनके नेतृत्व से भारत को बहुत लाभ हुआ। उन्होंने हमारे देश की प्रगति को बढ़ावा देने और कई क्षेत्रों में इसे 21वीं सदी में ले जाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
जेएससीए में होने थे कार्यक्रम लेकिन प्रशासन ने लगाई रोक
निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार सुबह 11 बजे से दोपहर एक बजे तक हवन कार्यक्रम है। इसके बाद दोपहर एक से तीन बजे तक प्रसाद वितरण और 3.30 बजे से 5.30 बजे तक भजन संध्या रखा गया है। लेकिन दिवंगत अमिताभ चौधरी के बेटे अभिषेक चौधरी इस कार्यक्रम का विरोध किया। अभिषेक ने मंगलवार को डीसी व एसएसपी को पत्र लिखकर इस कार्यक्रम पर रोक लगाने की मांग की, तो जिला प्रशासन ने जेएससीए को इस कार्यक्रम को रोकने का फरमान जारी कर दिया है। अमिताभ चौधरी के बेटे अभिषेक चौधरी ने बताया कि उनकी चिट्ठी भेजे जाने के बाद रांची उपायुक्त राहुल सिन्हा ने एक्शन लेते हुए जेएससीए को स्पष्ट रूप से निर्देश दिया है कि उनके लिए इस तरह के धार्मिक अनुष्ठान और गतिविधि करना अवैध है। उन्होंने जेएससीए को अपने खर्च पर बनारस से बुलाए गए एक पंडित को वापस भेजने का आदेश दिया है। उन्होंने आगे यह सुनिश्चित करने के लिए कि कोई भी अवैध धार्मिक गतिविधि न हो। जिला प्रशासन ने पुलिस बल के साथ एक मजिस्ट्रेट तैनात करने का आदेश दिया है। साथ ही निर्देश दिया है जेएससीए सभी सदस्यों को सूचित करें कि हवन, पूजा आदि का प्रस्तावित कार्यक्रम का निषेध प्रशासन द्वारा किया गया है।
अमिताभ ने शासन , प्रशासन , क्रिकेट और राजनीती में अलग पहचान बनायी थी
पूर्व आइपीएस, पूर्व जेपीएससी अध्यक्ष, बीसीसीआई के पूर्व कार्यवाहक सचिव व जेएससीए के पूर्व अध्यक्ष अमिताभ चौधरी का निधन 16 अगस्त 2022 को हो गया था। वह पूर्व में आईपीएस अधिकारी भी रह चुके हैं। उन्होंने शासन , प्रशासन , क्रिकेट और राजनीती में अलग पहचान बनायी थी। अमिताभ चौधरी राज्य के वैसे चर्चित लोगों में शामिल थे, जिन्होंने शासन, प्रशासन, क्रिकेट और राजनीति में एक अलग पहचान बनायी थी। 1985 में आईआईटी खड़गपुर से इंजीनियरिंग करने के बाद वह यूपीएससी की परीक्षा पास करने के बाद बिहार कैडर के आईपीएस बने। अलग राज्य बनने के बाद उन्हें झारखंड कैडर मिला था।
2002 में बीसीसीआई के मेंबर बने
2002 में वह बीसीसीआई के मेंबर बने। 2005 में राज्य के तत्कालीन डिप्टी चीफ मिनिस्टर सुदेश कुमार महतो को हराकर वह झारखंड स्टेट क्रिकेट एसोसिएशन (जेएससीए) के अध्यक्ष बने। फिर 2005 से 2009 तक क्रिकेट टीम इंडिया के मैनेजर भी रहे। 2013 में उन्होंने आईपीएस की नौकरी से वीआरएस ले ली। 2014 में उन्होंने राजनीति में कदम रखा। भाजपा से टिकट नहीं मिलने पर वह बाबूलाल मरांडी की पार्टी जेवीएम से उन्होंने रांची लोकसभा का चुनाव भी लड़ा था। लेकिन चुनाव जीत नहीं सके। देश के बेहतरीन स्टेडियम में शुमार जेएससीए इंटरनेशनल क्रिकेट स्टेडिययम बनवाकर अमिताभ ने झारखंड में इतिहास रच दिया। उन्होंने इस राज्य को क्रिकेट के लिए बहुत कुछ दिया, जिसे हम आैर आप कभी नहीं भूल सकते।