झारखंड दौरे पर भारत निर्वाचन आयोग की टीम : 15 नवंबर के बाद चुनाव कराने की मांग | कांग्रेस ने उन्माद फैलाने वाले भाजपा नेताओं को झारखंड आने से रोकने की मांग की
रांची। झारखं में होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर झारखंड दौरे भारत निर्वाचन आयोग की टीम रांची पहुंच गई है। मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार के नेतृत्व में दो दिवसीय दौरे पर आई चुनाव आयोग की टीम ने पहले दिन की बैठक राजनीतिक दलों के साथ शुरू कर दी है। इस बैठक में कांग्रेस, भारतीय जनता पार्टी, झारखंड मुक्ति मोर्चा, राजद, आजसू समेत झारखंड के 9 राष्ट्रीय और क्षेत्रीय दलों के प्रतिनिधियों ने आयोग को एक-एक कर सुझाव दिए। चुनाव आयोग के समक्ष प्रत्येक राजनीतिक दल के लिए 12 मिनट का समय निर्धारित किया गया। इस निर्धारित समय में राजनेताओं को आयोग को सुझाव देने थे, इस दौरान भाजपा ने जहां राज्य की गृह सचिव वंदना दादेल को चुनाव कार्य से अलग रखने की मांग की, वहीं, कांग्रेस ने उन्माद फैलाने वाले भाजपा नेताओं को झारखंड आने से रोकने की मांग की। कांग्रेस ने मांग किया कि अफवाह फैलाने वाले भाजपा नेताओं को झारखंड आने से रोका जाए। 15 नवंबर के बाद चुनाव कराया जाये। त्योहारों को ध्यान में रखते हुए चुनाव की तिथि की घोषणा करें व कम से कम चरणों में मतदान कराने की मांग चुनाव आयोग से की। वहीं, भाजपा बांग्लादेशी घुसपैठियों का पहचान पत्र रद्द करने की मांग की। साथ ही त्योहार को ध्यान में रखते हुए मतदान की तिथि घोषित करें, कम से कम चरणों में मतदान हो व गृह सचिव वंदना दादेल को चुनाव कार्य से अलग रखने की मां की।
त्योहारों का ध्यान रखे चुनाव आयोग
कांग्रेस की ओर से विनय सिन्ह दीपू और शशि भूषण राय ने सुझाव देते हुए चुनाव आयोग से कहा कि अफवाह फैलाने वाले भाजपा नेताओं को झारखंड आने से रोका जाए. कांग्रेस नेता विनय सिन्हा दीपू ने कहा कि राज्य में 15 नवंबर के बाद चुनाव कराए जाने चाहिए। क्योंकि दुर्गा पूजा, छठ और राज्य स्थापना दिवस भी इसी दौरान है, इसलिए आयोग को त्योहारों को ध्यान में रखते हुए चुनाव की तिथि तय करनी चाहिए। इसके अलावा कांग्रेस ने आयोग से राज्य में कम से कम चरणों में चुनाव कराने का भी अनुरोध किया है। झारखंड मुक्ति मोर्चा की ओर से पार्टी के केंद्रीय महासचिव सुप्रियो भट्टाचार्य, विधायक सुदिव्य सोनू ने आयोग के समक्ष अपने सुझाव दिए।
झामुमो की चुनाव आयोग से मांग
- झारखंड स्थापना दिवस को ध्यान में रखते हुए मतदान की तिथि करें घोषित
- चुनाव के दौरान की जाए राज्य पुलिस के साथ केंद्रीय बलों की प्रतिनियुक्ति
- जाति और धर्म को लेकर भड़काऊ भाषा के इस्तेमाल पर रोक लगाई जाए
- कम से कम चरणों में मतदान हो
आजसू की चुनाव आयोग से मांग
- चुनाव तय तिथि पर ही कराएं
- निष्पक्ष और शांतिपूर्ण तरीके से कई चरणों में कराए जाएं चुनाव