जमीन अगर हमारे नाम से होगा तो राजनीति से संन्यास ले लूंगा
रांची ! झारखंड के मुख्यमंत्री चंपई सोरेन राज्यपाल के अभिभाषण के बाद कहा कि हर दिन विपक्ष हमें भ्रष्टाचार का पाठ पढ़ाया जात है, अगर हम ऐसे नाम लेना शुरू कर दें तो फिर स्थिति अलग हो जाएगी. हेमंत सोरेन को फसाने का काम किया गया है. हेमंत सोरेन पर किसी भी तरह की कोई प्रमाण नहीं मिलने के बाद भी उनको फसाने का काम किया जा रहा है. वहीं, पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा कि मेरी गिरफ्तारी का पथकता राजभवन में लिखा गया. जिस तरह का व्यवहार राजभवन की ओर से किया गया, वह पूरी झारखंड की जनता ने देखा. हमारी गिरफ्तारी की कहानी पहले ही लिखी जा चुकी थी, जिसका पूरा साथ राजभवन ने दिया. इनका जो पकवान अध्यक्ष महोदय था वह अधूरा रह गया. करोड़ों-करोड़ों रुपया लेकर जो उनके सहयोगी विदेश में बैठे हैं, वह इनका बाल भी बांका नहीं कर पा रहे हैं. भाजपा सिर्फ दलित-पिछड़ा व आदिवासी को परेशान कर रही है और बेगुनाहों पर अत्याचार कर रही है. साढे आठ एकड़ जमीन अगर हमारे नाम से होगा तो राजनीति से संन्यास ले लूंगा. इनके षड्यंत्र का जवाब सही समय आने पर दूंगा. आदिवासी फाइव स्टार होटल में रहे तो तकलीफ, बीएमडब्ल्यू गाड़ी में चले तो तकलीफ. यह चाहते हैं कि आदिवासी सिर्फ जंगल में रहे. यह नहीं चाहते कि आदिवासी, पिछड़ा जज-ऑफिसर बनें, वह बड़े-बड़े पद में नहीं बैठे. बीजेपी बाबा राव भीमराव अंबेडकर के सपनों को कुचल रही है. कानून के अंदर रहकर गैर कानूनी काम कैसे करना है यह इनके अंदर रहकर सीखें. जब केंद्र की एजेंसी को कोई सबूत नहीं मिला तो हमारे बीवी बच्चों के बैंक खाते को खंगाल जा रहा है. एक आदिवासी होने के नाते मुझे बार-बार परेशान किया जा रहा है. अध्यक्ष महोदय अगर केंद्र की एजेंसी जमीन का सबूत हमारे नाम दिखा देगी तो राजनीति तो क्या झारखंड भी छोड़ देंगे. 22 जनवरी को रामराज आ गया और इसका असर बिहार में एक पिछड़ा भाई को मिला और उसके बाद दूसरा मोहरा मैं बना. यही है रामराज लेकिन अध्यक्ष महोदय यह इतना आसान नहीं है, इसका जवाब झारखंड ही नहीं देश की जनता देगी और इन लोगों को झारखंड से उखाड़ कर फेंकेंगे. मुझे कोई गम नहीं कि आज मुझे Ed ने पकड़ा है, जिस तरह से बंधु तिर्की का सदस्यता लिया है, इस तरह से ये मेरी भी सदस्यता खत्म कर सकते हैं. अब तो राजभवन का काम पूरा हो गया, अब इनका काम राष्ट्रपति भवन , संसद भवन से माननीय को अरेस्ट करेंगे. राज्यपाल के अभी भाषण पढ़ने से क्या होगा जब देश में लोकतंत्र ही नहीं रहेगा. हेमंत सोरेन ने कहा अब हर काम अध्यक्ष महोदय पिछले दरवाजे से हो रहा है. चक्र फिर घूमेगा अध्यक्ष महोदय और हेमंत सोरेन फिर यहीं होगा और फिर इनको जवाब देंगे . अपने राज्य के पिछड़े, दलित, आदिवासी व अल्पसंख्यकों के विकास के लिए जो करना होगा वह करते रहेंगे.
समय-समय का फेर है और यह भी खत्म होगा
हेमंत सोरेन ने कहा कि समय-समय का फेर है और यह भी खत्म होगा. एक बार फिर मैं आपको कह रहा हूं आने वाले समय में मैं और मजबूत होकर सामने आऊंगा और षडयंत्र करने वाले लोग देखते रहेंगे. हेमंत सोरेन ने कहा कि हमें हाईकोर्ट ने आदेश दिया था कि मीडिया से बात नहीं करना है. हमने प्रवर्तन निदेशालय के अधिकारियों से पूछा कि क्या हम सदन में बोल सकते हैं तो उन्होंने कहा कि नहीं आप सदन में भी नहीं बोल सकते. हमने कहा कि विधानसभा अध्यक्ष के कमरे में चलिए और वहां लिख करके दीजिए कि मैं विधानसभा में नहीं बोल सकता. यह स्थिति बन गई है इस देश में इस तरीके से एजेंसियों का दुरुपयोग किया जा रहा है.