जनता ने जिन आशाओं के साथ चुनकर यहां भेजें है | उन आशाओं को पूरा करने का माध्यम समिति से प्राप्त होते हैं: अध्यक्ष
झारखंड विधानसभा की वर्ष 2022- 2023 के लिए नवगठित समितियों के सभापतियों की बैठक
रांची। झारखंड विधानसभा की वर्ष 2022- 2023 के लिए नवगठित समितियों के सभापतियों की बैठक बुधवार को समिति कक्ष में हुई। वर्ष 2023-2024 के लिए कुल 24 समितियों का गठन किया गया है। झारखंड विधानसभा अध्यक्ष ने बैठक में सभी सभापतियों को संबोधित करते हुए कहा कि कहा कि आप सभी माननीय सदस्यों को अलग-अलग समितियों के सभापति की जिम्मेदारी दी गई है। निश्चित ही यह अत्यंत चुनौतीपूर्ण कार्य है। राज्य की जनता ने जिन आशाओं के साथ हमें चुनकर यहां भेजें है, उन आशाओं को पूरा करने का अवसर भी यह समिति के माध्यम से हमें प्राप्त होते हैं। अध्यक्ष ने कहा कि मैंने लोकसभा एवं राज्यसभा के विभिन्न स्थायी समितियों के प्रतिवेदन एवं उनसे संबंधित अनुशंसाए तथा क्रियान्वयन से संबंधित आंकड़ों का अवलोकन किया है। मुझे यह जानकर सुखद आश्चर्य हुआ कि संसद की स्थायी समितियों के प्रतिवेदन की अनुशंसा विभागों द्वारा लगभग 60% तक अनुशंसाओं को सरकार द्वारा मान ली जाती है और उनका क्रियान्वयन किया जाता है। वहीं, संसद की प्रत्यायुक्त विधान समिति की बात कहे तो लगभग 80 से 85% तक अनुशंसाओं को सरकार स्वीकार कर लेती है। आप सभी सभापतियों में से अधिकतर विधायक युवा हैं। आपकी ऊर्जा से निश्चय ही झारखंड के नवनिर्माण और आम जनों का कल्याण होगा। उन्होंने यह भी कहा कि इस समिति की बैठक में हम सभी यह संकल्प लें कि झारखंड के अंतिम पंक्ति में खड़े हर एक व्यक्ति के संपूर्ण कल्याण के लिए हम अपनी विधायी शक्तियों का अधिकतम उपयोग करेंगे।
ये सदस्य शामिल हुए
नवगठित समितियों का सभापतियों की बैठक में सदस्य सीपी सिंह, लोबिन हेंब्रम, रामचंद्र चंद्रवंशी, केदार हाजरा, सरयू राय, दीपक बिरुआ, सीता मुर्मू, रामचंद्र सिंह, नीरल पूर्ति, विनोद सिंह, सरफराज अहमद , इरफान अंसारी, उमाशंकर अकेला, अपर्णासेन गुप्ता ,ग्लेन जोसेफ ग्लाॅस्टेन, भूषण तिर्की, रामदास सोरेन बैठक में उपस्थित रहे।