हज का मुकद्दस सफर 9 मई से शुरू होगा | झारखंड से 1700 लोग हज पर जाएंगे | हज यात्रियों की ट्रेनिंग शुरू
रांची। हज 2024 (HAJ) को लेकर तैयारी शुरू हो गई है। इस झारखंड से लगभग 1750 लोग हज पर जाएंगे। इसको लेकर झारखंड हज कमेटी ने तैयारी शुरू कर दी है। रविवार को कडरु हज हाऊस में हज पर जाने वाले महिला-पुरुष यात्रियों की ट्रेनिंग शुरू हुई। आज रांची, खूंटी व सिमडेगा के लोगों ने ट्रेनिंग ली। मुफ्ती मो अनवर कासमी, मौलाना सलमान कासमी, मौलान शफीक अलवी, मुफ्ती फैजुल्लाह मिसबाही, मौलाना मंजूर कासमी, एजाजुल हसन सिद्दीकी व नयाब जेबा ने हज यात्रियों को ट्रेनिंग दी व हर छोटी बड़ी जानकारी को विस्तार से बताया। बहुत संख्या में महिला-पुरुष हज यात्रियों ने ट्रेनिंग लेकर जानकारी हासिल की। झारखंड राज्य हज कमेटी के सीईओ आफताब अहमद ने बताया कि 21 अप्रैल से शुरू होकर 30 अप्रैल तक राज्य के विभिन्न जिलों में हज की ट्रेनिंग दी जाएगी। बता दें कि झारखंड के लोग कोलकाता से हज के लिए उड़ान भरेंगे। 9 मई से हज का मुकद्दस सफर शुरू हो जाएगा। संभवत: 22 मई तक झारखंड के हज यात्री उड़ान भरेंगे। किस जिला के लोग किस दिन जाएंगे इसको लेकर अभी शेड्यूल नहीं आया है। लेकिन बहुत जल्द शेड्यूल आ जाएगा। उन्होंने कहा कि ट्रेनिंग बहुत ही जरूरी है, इससे हज यात्रियों को बहुत फायदा मिलता है।
यह भी जानें…
हज यात्रा मुसलमानों के लिए बहुत ही जरूरी होती है। ये इस्लाम के 5 स्तम्भ में से एक है। इस्लाम के पांच स्तम्भ हैं जो कि इस प्रकार हैं- कलमा, नमाज, रोजा और जकात, इनके अलावा इस्लाम का आखिरी और पांचवा स्तम्भ है हज। हज एक अरबी शब्द है, जिसे आसान भाषा में समझा जाए तो इसका मतलब होता है किसी जगह के लिए निकलने का इरादा करना। दिल में अल्लाह के घर की जियारत और इबादत का इरादा करना। तौहीद, नमाज, जकात, रोजा आदि मुस्लिम घर में रहकर ही अदा कर सकता है, लेकिन हज करने के लिए उन्हें सऊदी अरब के शहर मक्का जाना पड़ता है, क्योंकि मक्का में ही काबा मौजूद है।