राज्यसभा चुनाव 2024 : सरफराज अहमद आखिरी दिन यानी सोमवार को करेंगे नॉमिनेशन | जीत फाइनल
रांची। झारखंड के गांडेय विधानसभा सीट से इस्तीफा देने वाले झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) के पूर्व विधायक सरफराज अहमद को ‘इंडिया’ गठबंधन ने राज्यसभा चुनाव में अपना प्रत्याशी बना लिया है। अब ने आखिरी दिन यानी 11 मार्च को नॉमिनेशन करेंगे। सरफराज अहमद को इस सीट में जीत हासिल करने के लिए कोई भी परेशानी नहीं होगी। क्योंकि जेएमएम के पास 29 विधायक है। यानी कहा जा सकता है की इनका जीतना फाइनल है। सरफराज अहमद ने कहा कि चूंकि शुक्रवार, शनिवार व रविवार को छुट्टी है। सोमवार को नॉमिनेशन करने का आखिरी दिन है, 11 से 3 बजे तक का ही समय है। इसलिए आखिरी दिन (11 मार्च 2024) ही नॉमिनेशन करेंगे। इसको लेकर सीए को सभी दस्तावेज उपलब्ध करा दिए गए हैं। बता दें कि झारखंड की 2 राज्यसभा सीटों के लिए होने वाले चुनाव में डॉ. सरफराज अहमद ने इंडिया गठबंधन के उम्मीदवार के रूप में गुरुवार को (7 मार्च) नामांकन पत्र खरीदा था। इधर मुंबई के एक बिजनेसमैन हरिहर महापात्र ने भी राज्यसभा चुनाव के लिए नामांकन पत्र खरीदा है। बताया जा रहा है कि महापात्र भारतीय जनता पार्टी समर्थित उम्मीदवार हो सकते हैं। हरिहर मुंबई के बिजनेसमैन है। राज्यसभा चुनाव के लिए 4 मार्च 2024 को अधिसूचना जारी की गई थी। 11 मार्च तक चुनाव लड़ने के इच्छुक लोग नामांकन दाखिल कर सकेंगे। 12 मार्च को नामांकन पत्रों की स्कूटी की जाएगी। 14 मार्च को नामांकन वापस लेने की अंतिम तारीख है। अगर जरूरत पड़ी तो इन दो सीटों के लिए सुबह 9 से शाम 4 बजे तक मतदान होगा व उसी दिन शाम को 5 बजे से मतगणना शुरू हो जाएगी।
कांग्रेस से JMM में आए थे सरफराज अहमद
बता दें कि 2019 के झारखंड विधानसभा चुनाव में कांग्रेस-झारखंड मुक्ति मोर्चा गठबंधन में सीटों के बंटवारे में गांडेय विधानसभासीट झामुमो के खाते में आई थी। उस समय सरफराज अहमद कांग्रेस में थे। बाद में उन्होंने झामुमो का दामन थाम लिया था। झामुमो ने उन्हें गांडेय से उम्मीदवार बनाया। चुनाव में सरफराज अहमद को जीत मिली थी, सरफराज अहमद पिछले लगभग 50 सालों से राजनीति में हैं और कांग्रेस में रहते हुए कई बड़े पदों पर सेवा दे चुके हैं।
गिरिडीह से भी रह चुके हैं सांसद
सरफराज अहमद अविभाजित बिहार के प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष और गिरिडीह लोकसभा से सांसद भी रह चुके हैं। सरफराज अहमद के पिता डॉक्टर इम्तियाज अहमद भी गिरिडीह से सांसद रह चुके हैं। सरफराज अहमद का राजनीति जीवन बेदाग रहा है, कभी भी किसी विवाद में नहीं रहे। वे बहुत ही शांत मिजाज वाले नेता हैं।