+91 6205-216-893 info@newsboxbharat.com
Tuesday, May 20, 2025
News

झारखंड की एसिड अटैक पीड़िता की आर्थिक स्थिति खराब | सरकार से मांगी इच्छामृत्यु की इजाजत

Jharkhand districts news | jharkhand latest news | jharkhand latest hindi news | jharkhand news box bharat
Share the post

पैसे के अभाव में उसका इलाज बंद हो गया, कहीं से आर्थिक मदद नहीं मिल पा रही

काजल ने सीएम हेमंत सोरेन को पत्र लिखा

रांची। झारखंड के चतरा जिला की एक एसिड अटैक पीड़िता ने झारखंड सरकार से इच्छामृत्यु की इजाजत मांगी है। पीड़िता का नाम काजल कुमारी है। उस पर पिछले साल अगस्त महीने में एसिड अटैक हुआ था, जिसमें वह बुरी तरह झुलस गई थी। उसका इलाज दिल्ली में चल रहा था। लेकिन अब पैसे के अभाव में उसका इलाज बंद हो गया है। उसे कहीं से आर्थिक मदद नहीं मिल पा रही है। काजल ने सीएम हेमंत सोरेन को पत्र लिखा है। उसने कहा है कि अगर उसके इलाज के लिए सरकार आर्थिक मदद नहीं कर सकती है तो उसे इच्छा मृत्यु की अनुमति दी जाए। हालत यह है कि अब उसके पास खाने-पीने तक के पैसे नहीं हैं। उसने इसके पहले भी सरकार के नाम वीडियो संदेश जारी कर मदद की गुहार लगाई थी। तब स्वास्थ्य निदेशक ने उससे चतरा सिविल सर्जन को आवेदन देने की बात कही थी।

संदीप भारती एसिड डालकर बुरी तरह जला डाला था

17 वर्षीय काजल का कहना है कि उसकी स्थिति इतनी खराब है कि उसके घरवालों के पास कहीं आने-जाने के लिए किराए तक का इंतजाम करना मुश्किल है। एम्स दिल्ली ने काजल के इलाज में होने वाले खर्च का जो एस्टीमेट दिया है, उसका पूरा ब्योरा चतरा न्यायालय में जमा कराया गया है, लेकिन उसे मदद नहीं मिल पा रही है। जब अपने घर में मां के साथ सो रही थी तो संदीप भारती नामक एक सिरफिरे ने उसके ऊपर एसिड डालकर उसे बुरी तरह जला डाला।

सरकार ने एयरलिफ्ट कर दिल्ली भेजा था

संदीप भारती उसकी बेटी पर जबरन बात करने का दबाव डाल रहा था। उसने काजल को धमकी दी थी कि अगर उसने बात नहीं की तो उसके भाई को जान से मार डालेगा। इस मामले की शिकायत पुलिस से भी की गई थी। लेकिन पुलिस ने इस मामले को गंभीरता से नहीं लिया था। उसे पहले इलाज के लिए रांची के रिम्स में दाखिल कराया गया था। रिम्स मेडिकल बोर्ड ने हायर सेंटर एम्स भेजने की अनुशंसा की तब सीएम हेमंत सोरेन के आदेश पर उसे एयरलिफ्ट कर दिल्ली शिफ्ट किया गया था। उसके परिजनों को सहायता राशि भी दी गई थी।

Leave a Response