रांची। नए संसद भवन के उदघाटन के कुछ ही दिनों बाद बीएसपी सांसद दानिश अली पर बीजेपी के सांसद रमेश बिधूड़ी द्वारा असंसदीय-अमर्यादित-अशोभनीय भाषा के ख़िलाफ़ आज भाकपा माले एवं सामाजिक कार्यकर्ताओं के द्वारा कड़ा विरोध प्रदर्शन सैनिक मार्केट प्रांगण में किया गया9। विरोध प्रदर्शन कर भाजपा सांसद के सदस्यता रद्द करने एवं खास जाति विशेष शब्द का उपयोग कर सांप्रदायिक सौहार्द को बिगड़ने की कोशिश के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर गिरफ्तार करने की मांग किया। संसद में असंसदीय शब्दों के उपयोग पर पाबंदी के लिए संसदीय कायदे कानून पहले से मौजूद हैं इसके बावजूद भाजपा सांसद पर किसी तरह की कार्रवाई नहीं किया जाना सरकारी संरक्षण की अभिव्यक्ति है। जो देश के लोकतन्त्र के लिए बेहद घातक है।
यह भाषायी लिंचिंग है, हेट स्पीच के तहत कार्रवाई हो
भाकपा माले के पोलित ब्यूरो कॉमरेड जनार्दन प्रसाद, केंद्रीय कमिटी के सद्स्य शुभेंदु सेन, नदीम खान और भुवनेश्वर केवट ने कहा की संसदीय कार्यवाही के दौरान असंसदीय शब्दों के उपयोग पर निषेध के बावजूद इस तरह के शब्दों का उपयोग आदत में शुमार हो चुका है। यह भाषायी लिंचिंग है, हेट स्पीच के तहत कार्रवाई हो। साथ ही सबसे पहले सदस्यता रद्द करने और अविलंब गिरफ्तारी के सिवा दूसरी कोई सजा नही है।विरोध कार्यक्रम में भाकपा माले मोहन दत्त,जगरनाथ उरांव, समर सिन्हा, आम आदमी पार्टी की यास्मीन लाल, आरजेडी के शौक़त अंसारी, आदिवासी नेत्री निरंजना हेरेंज, चंदन पाहन, कर्मचारी नेता रामचरित शर्मा, समाजसेवी मो इमरान रज़ा, मो आसिफ़ अहमद, ऐपवा नेता नंदिता भट्टाचार्य, शांति सेन,एती तिर्की,सिंदरी खालखो,माले के देवकीनंदन बेदिया, सुदामा खलखो, अकरम रशीद, मो नौशाद अंसारी, आईसा के मो समी,नौरीन अख़्तर,निशात खान,आदि मुख्य रूप से शामिल थे।