आखिर किसके पैरवी पर डोरंडा थाना से विधायक सरयू राय का नाम एफआईआर से हटाया गया था: मंत्री के आप्त सचिव
झारखंड लेटेस्ट न्यूज
रांची। झारखंड के स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता व विधायक सरयू राय का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। गुरुवार को बन्ना गुप्ता के सरकारी आवास में आयोजित प्रेस कांफ्रेंस में बन्ना गुप्ता के आप्त सचिव ओम प्रकाश सिंह ने पुलिस व सरयू राय के खिलाफ कई सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि जब विभाग ने 2022 में सरयू राय के खिलाफ डोरंडा थाना में एफआईआर (कांड संख्या 105-2022) दर्ज किया तो के एफआईआर कॉपी में वाइटनर से सरयू राय का नाम कैसे हटा दिया गया। हांलाकि कोर्ट के हक्ष्ताक्षेप के बाद फिर से एफआईआर में सरयू राय का नाम को जोड़ दिया गया है। लेकिन सवाल उठता है कि डोरंडा थाना ने आखिर किसके इशारे पर एफआईआर में सरयू राय के नाम को हटा दिया था। यह एक गंभीर मसला है। पुलिस ने कोर्ट में यह कहा कि गलती से यानि भूलवश विधायक सरयू राय का नाम एफआईआर से हट गया था। फिर से उनका नाम एफआईआर में जोड़ दिया गया है। इस मामले पर ओम प्रकाश ने कहा कि यह एक जांच का विषय है कि एफआईआर होने के बाद कैसे सरयू राय का नाम हट गया था। साथ ही कहा कि विभाग की गोपनीय का कॉपी (पत्र) सरयू राय के हाथ में कैसे आ गई। क्या सरयू राय खूद चोरी किए या फिर विभाग का कोई पदाधिकारी या कर्मचारी इनके साथ मिला हुआ है। यह सब पर मामला खुलकर सामने आना चाहिए। क्योंकि एक ईमानदार मंत्री पर इस तरह से सवाल उठाना गलत है।
क्या है मामला
राज्य के स्वास्थ्य अवर सचिव की शिकायत पर डोरंडा थाने में आधिकारिक गोपनीयता अधिनियम, 409/379/411/120बी और 420 आईपीसी के तहत निर्दलीय विधायक सरयू रॉय के खिलाफ 2022 में प्राथमिकी दर्ज की गई थी। इसी प्राथमिकी में सरयू राय का नाम हटा दिया गया था। बाद में कोर्ट के हस्ताक्षेप के बाद फिर एफआईआर में सरयू राय का नाम को जोड़ दिया गया। झारखंड के स्वास्थ्य मंत्री पर कोरोना फंड के दुरुपयोग का आरोप लगाने वाले निर्दलीय विधायक सरयू राय के खिलाफ ऑफिसियल सिकरेट एक्ट के तहत रांची के डोरंडा थाने में एफआईआर दर्ज की गई थी। राय पर कई धाराएं लगाई गई थी।
सरयू ने लगाया था घोटाले का आरोप
निर्दलीय विधायक सरयू रॉय ने स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता पर कोरोना फंड के दुरुपयोग का आरोप लगाते हुए कहा था कि बन्ना गुप्ता ने कोरोना फंड में से अवैध रूप से करोड़ों रुपए निकाले हैं, जिसकी जांच होनी जरूरी है।
बन्ना गुप्ता ने भी किया था पलटवार
झारखंड के स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने निर्दलीय विधायक सरयू रॉय द्वारा धन की हेराफेरी के आरोपों पर कहा था कि राय ने मुझ पर अवैध रूप से करोड़ों रुपए निकालने का आरोप लगाया। जबकि मैंने कोई धन निकासी नहीं की है। मैंने नैतिक आधार पर प्रोत्साहन को रद्द करने और इसे जरूरतमंदों के बीच वितरित करने का निर्णय लिया। गुप्ता ने कहा कि प्रोत्साहन को स्वास्थ्य विभाग द्वारा अनुमोदित किया गया था और मंत्री के सेल के लिए अनुमानित व्यय 14.59 लाख रुपए था। अभी तक, किसी भी खाते में कोई राशि जमा नहीं की गई है। यदि रॉय के पास सबूत हैं, तो उन्हें यह उल्लेख करना चाहिए कि धन क्रमशः किस बैंक खाते से और किस बैंक खाते से स्थानांतरित हुआ।
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