झारखंड विधानसभा की 23वीं वर्षगांठ: मशहूर प्लेबैक सिंगर जावेद अली आज अपनी सुरीली आवाजों से समां बांधेंगे
गजल गायक सत्यम भी वक्त का ये परिंदा रुका है कहां… गाकर लोगों को झूमाएंगे
रांची। सुपर हिट फिल्म पुष्पा का एक गाना तेरी झलक अशरफी श्रीवल्ली… नैना मदक बर्फी… तेरी झलक अशरफी श्रीवल्ली बातें करे दो हर्फी… अभी लोग भुले नहीं होंगे। इस गाने ने लोगों को जुबां पर गाने को मजबूर कर दिया था। इस गाना को अपनी सुरीली आवाज से गाने वाले जावेद अली रांची में धूम मचाएंगे। झारखंड विधानसभा की 23वीं वर्षगांठ को यादगार बनाने के लिए बॉलीवुड सिंगर जावेद अली और गजल गायक कुमार सत्यम अपने सुरों से माननीयों को मंत्र-मुग्ध करेंगे। वहीं, संगीत और गजल में हास्य का तड़का भी रविंद्र सोनी डालेंगे। जाहिर है इस बार 23 नवंबर की शाम बेहद यादगार होने वाली है। सिंगर जावेद अली किसी परिचय को मोहताज नहीं है। उन्होंने एक से बढ़कर एक गाने गाए हैं। पहली बार करीब से रांची के लोग उनको देखेंगे और सुनेंगे। यानि झारखंड विधानसभा परिसर में 23 नवंबर की शाम रंगीन होगी। एक से बढ़कर एक कलाकार समां बाधेंगे। शाम 6 बजे से सांस्कृतिक कार्यक्रम शुरू हो जाएंगें। झारखंड के स्थानिय कलाकारों की ओर से लोकगीत प्रस्तुत किए जाएंगे। वहीं, सिंगर जावेद अली अपनी सुरीली आवाज से लोगों को झूमाएंगे, तो गजल में कुमार सत्यम लोगों को दीवाना बना देंगे। हंसी के ठहाके कराने के लिए रविंद्र सोनी भी तड़का डालेंगे। यानि 23 नवंबर का दिन यादगार बन जाएगा।
वक्त का ये परिंदा रुका है कहां…
प्रसिद्ध सूफी गजल गायक कुमार सत्यम ने अपने आवाज से हर प्रोग्राम में एक अलग छाप छोड़ी है। जब वो गाते हैं तो लोग एक दम शांत होकर उनकी गजल का आनंद लेते हैं। ऐसे तो वो कई गजल गाकर लोगों के दिलों पर छा गए हैं, लेकिन उनके द्वारा गाया गया ये गजल वक्त का ये परिंदा रुका है कहां… मैं था पागल जो इसको बुलाता रहा…चार पैसे कमाने मैं आया शहर…गांव मेरा मुझे याद आता रहा बहुत ही सुर्खियां बटोरा था। इस गजल को गाकर सत्यम बहुत फेमस हुए। उम्मीद है आज होने वाले प्रोग्राम में जरूर ये गजल गाकर लोगों को झूमाएंगे।