सदन में ये कैसा आचरण बीजेपी विधायकों का | आपको पूरा झारखंड देख रहा | स्पीकर हुए आग बबूला | देखें वीडियो
इरफान अंसारी के बयान पर जमकर बवाल
मेहता ने कहा- सदन में कान पकड़कर इरफान अंसारी माफी मांगें
रांची। झारखंड विधानसभा मानसून सत्र के दौरान गुरुवार को जो सदन में हुआ उसे झारखंड की इतिहास में याद रखा जाएगा। सत्र की कार्यवाही शुरू होते ही भाजपा के विधायक इरफान अंसारी के आदिवासी पर दिए बयान पर जमकर बवाल मचा रहे थे। लेकिन भाजपा विधायक शशिभूषण मेहता ने सदन को शर्मशार कर दिया। मेहता सदन के अंदर इरफान अंसारी को मारने दौड़ गए। इसको लेकर विधानसभा अध्यक्ष आग बबूला हो गए। उन्होंने कहा कि सदन को भाजपा वाले ने अखाड़ा बना दिया है। मार्शल से कहा, सदन से उठाकर बाहर कर दो। इस तरह कोई सदन में करता है। अपने जगह से हटकर मारपीट के लिए उतारु होते हैं। शर्म आनी चाहिए। स्पीकर बार बार मेहता को बैठने के लिए कह रहे थे, लेकिन मेहता स्पीकर की बातों को नजर अंदाज करते रहे। स्पीकर बोले संसदीय मर्यादा नहीं समझते हैं, खुद को पढ़ा लिखा बोलते हैं और बोलने का तरीका नहीं है। प्रदीप यादव ने भी कहा कि जिस बात को लेकर तकरार है, वो बात उचित नहीं है। लेकिन शशिभूषण मेहता का व्यवहार अनुचित है, इन्हें दो दिनों के लिए निष्कासित करने की मांग करता हूं।
इरफान ने बयान पर खेद प्रकट किया
बवाल के बीच सदन के अंदर इरफान अंसारी ने अपने बयान पर खेद प्रकट किया। उन्होंने कहा कि मैं आदिवासी समाज का हितैषी हूं, मुझसे गलती हुई है तो मैं खेद प्रकट करता हूं। भाजपा के लोग आदिवासी पर पेशाब करते हैं, इससे मैं आक्रोशित हूं।इरफान ने कहा कि जिस विषय को स्पंज कर दिया गया है, उसे मुद्दा बनाया जा रहा है, यह ठीक नहीं है।
ये क्या कह गए मेहता जी……
मेहता ने कहा कि सदन में कान पकड़कर इरफान अंसारी माफी मांगें। ऐसा नहीं करने पर मैं उनकी ऐसी की तैसी कर दूंगा। मंदिर में जाते हैं, चुनरी ओढ़कर ड्रामा करते हैं, टिका मिटाते हैं, इसके बाद जैसे ही इरफान सदन के अंदर आए, मेहता बांह चढ़ाते हुए इरफान की ओर इशारा करते हुए बोले कि आओ इधर आओ और मारने के लिए दौड़ पड़े।
आलमगीर आलम ने माफी मांगा लेकिन कहा- आदिवासी पर पेशाब किसने किया
सदन की कार्यवाही12 बजे के बाद जब दुबारा शुरू हुई तो भाजपा के विधायक हंगामा फिर करने लगे। इरफान अंसारी के बयान पर फिर से हंगामा शुरू हो गया। बीजेपी विधायक सह मुख्य सचेतक विरांची नारायण ने कहा कि संसदीय कार्य मंत्री को माफी मांगे। फिर संसदीय कार्यमंत्री आलमगीर आलम ने कहा कि अनुपूरक बजट में बोलने के दौरान कुछ गलत बोला गया, जो बोला गया था उसे स्पंज कर दिया गया था। हम नहीं कहते की गलती नहीं हुई है, मैं इसपर माफी मांगता हूं। इरफान अंसारी ने क्षमा भी मांग लिया है। अह सदन ठीक से चलने दे। अगर इनको ऐसा लगता है कि हमारी मानसिकता गलत है, तो इतिहास गवाह है कि कांग्रेस आदिवासी-दलित सभी को साथ ले कर चलती है। संसदीय कार्यमंत्री ने कहा फिर भी हम क्षमा मांगते है। लेकिन भाजपा आदिवासी पर राजनीति करना बंद करे। मणिपुर में आदिवासियों पर क्या हो रहा ये आपको नहीं दिख रहा। मध्य प्रदेश में भाजपा का कार्यकर्ता आदिवासी लड़के के मुंह पर पेशाब कर दिया, ये आपको नजर नहीं आया। यहां आदिवासी पर राजनीति करना बंद कर दें।