मुख्यमंत्री ने अमर वीर शहीद सिदो- कान्हू की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर श्रद्धांजलि दी
रांची। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन 30 अक्टूबर को अपने दो दिवसीय यात्रा को लेकर दुमका पहुंच गए। सीएम ने कुमड़ाबाद, दुमका में मयूराक्षी नदी पर नवनिर्मित राज्य के सबसे बड़े उच्चस्तरीय पुल का पारंपरिक विधि- विधान से पूजा-अर्चना कर उद्घाटन किया। 200 करोड़ की लागत से उपराजधानी दुमका के कुमाड़ाबाद से मकरमपुर गांव के बीच मयूराक्षी नदी पर बने राज्य का सबसे लंबा ब्रिज का उद्घाटन हो गया। यह ब्रिज करीब 2.34 किमी का है। इससे पहले मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन को दुमका आगमन पर कुमड़ाबाद में जिला प्रशासन की ओर से दिया गया गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया। मुख्यमंत्री ने अमर वीर शहीद सिदो- कान्हू की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर दी श्रद्धांजलि। सीएम बिरसा मुंडा एयरपोर्ट से दोपहर बाद हेलिकॉप्टर से दुमका के लिए उड़ान भरें। जानाकरी के अनुसार मंगलवार यानि 31 अक्टूबर को हेमंत सोरेन दुमका से उड़ान भरकर मांडर पहुंचेंगे, जहां मुंड़मा मेले में शामिल होंगे।
2800 मीटर लंबा पुल है
मुख्यमंत्री राज्य निर्माण के बाद निर्मित सबसे लम्बे पुल को जनता को समर्पित करदिए। 5 साल में 2.34 किलोमीटर यानी पहुंच पथ सहित लगभग 2800 मीटर लम्बे इस पुल का निर्माण किया गया है। मसानजोर डैम के जल संग्रहण क्षेत्र में शुमार मयूराक्षी नदी में दुमका के कुमड़ाबाद से मसलिया प्रखंड को जोड़ेगा। जो राज्य में अभी निर्मित पुलों में सबसे लम्बी पुल होगा। हेमंत सोरेन और दुमका के झामुमो विधायक बसंत सोरेन की पहल पर इस पुल के निर्माण कार्य में तेजी लाकर इस साल मार्च 2023 में ही कार्य पूर्ण कर लिया गया। इस मौके पर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के अलावा कृषि मंत्री बादल पत्रलेख सहित कई गणमान्य लोग शामिल हैं।
यह पुल सेल्फी ब्रिज के नाम से भी जाना जाता है
यह पुल इस क्षेत्र में सेल्फी ब्रिज के नाम से भी जाना जाने लगा। हर दिन दुमका सहित आसपास के इलाकों से भारी तादाद में लोग इस पुल के साथ यहां के मनमोहक प्राकृतिक छटा को देखने पहुंचते हैं। इस उच्चस्तरीय पुल का निर्माण कार्य पूर्ण किये जाने से दुमका से मसानजोर, मकरमपुर और मसलिया प्रखंड की दूरी घट कर महज 15 किलोमीटर रह जाएगी। इसके साथ ही मयूराक्षी नदी और मसानजोर डैम के उस पार बसे दर्जनों गांवों के लोगों के लिए जिला मुख्यालय आना-जाना सुगम हो जायेगा।