मणिपुर में 2 स्टूडेंट्स की हत्या को लेकर बवाल: बीजेपी कार्यालय में भीड़ ने आग लगाई | भाजपा अध्यक्ष के घर पर तोड़फोड़


रांची। मणिपुर की राजधानी इंफाल में अगवा किए गए दो युवकों की हत्या के बाद मणिपुर में एक बार फिर हिंसा बढ़ गई है। बुधवार को थौबल जिला स्थित भाजपा के मंडल ऑफिस को भीड़ ने जला दिया। बड़ी संख्या में लोग भाजपा ऑफिस के बाहर जुटे। उपद्रवियों ने पहले ऑफिस के मेन गेट को तोड़ा फिर आगजनी की। वहीं, इंफाल में बीजीपी स्टेट प्रेसिडेंट शारदा देवी के घर पर तोड़फोड़ की गई। मणिपुर में मैतेई और कुकी समुदाय के बीच 3 मई से जारी हिंसा थमने का नाम नहीं ले रही है। दो लापता स्टूडेंट्स की हत्या को लेकर प्रदर्शनकारी विरोध कर रहे हैं। पुलिस ने बुधवार को प्रेस नोट जारी कर बताया कि राज्य में बीते 24 घंटे में माहौल तनावपूर्ण रहा, लेकिन हालात पर कंट्रोल किया गया। हिंसा से जुड़ी घटनाओं को लेकर 1697 लोगों को हिरासत में लिया गया है। स्टूडेंट मर्डर केस की जांच के लिए CBI के स्पेशल डायरेक्टर अजय भटनागर अपनी टीम के साथ बुधवार को स्पेशल फ्लाइट में इंफाल पहुंचे।
एक स्टूडेंट के सिर में छर्रे घुसे
इंफाल सहित कई जगहों पर प्रदर्शनकारियों और सुरक्षाबलों के बीच हिंसक झड़प हुई। पुलिस ने भीड़ को तितर बितर करने के लिए आंसू गैस के गोले, नकली बम फेंके। साथ ही पैलेट गन भी चलाई। इसमें कई स्टूडेंट घायल हो गए। वहीं, एक छात्र के सिर में छर्रे घुसने से उसकी हालत गंभीर है। इंफाल घाटी में पिछले 2 दिन में हुए प्रदर्शन में 50 लोग घायल हो गए। इनमें ज्यादातर छात्र हैं। राज्य के पहाड़ी इलाकों में AFSPA अभी लागू रहेगा। सरकार ने इसे 1 अक्टूबर से छह महीने के लिए बढ़ा दिया है। सिर्फ 19 थाना क्षेत्रों को इससे अलग रखा गया है। राज्य के बाकी हिस्से को डिस्टर्ब एरिया घोषित किया गया है। जिन 19 थाना क्षेत्रों को AFSPA से अलग रखा गया है, उनमें इंफाल, लेंफेल, सिटी, सिंग्जमेई, सेकमई, लामसांग, पत्सोई, वांगोई, पोरोमपट, हेंगेंग, लामलाई, इरिलबुंग, लेमखोंग, थोबुल, बिष्णुपुर, नांबोल, मोइरोंग, काकचिंग और जिरिबम शामिल हैं।