रांची। झारखंड की विस्टाडोम कोच वाली पहली इंटरसिटी एक्सप्रेस का उद्धाटन मंगलवार को हो गया। केन्द्रीय शिक्षा राज्यमंत्री अन्नपूर्णा देवी ने गिरिडीह से रांची के लिए एक्सप्रेस ट्रेन को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। कार्यक्रम में गिरिडीह सांसद चंद्र प्रकाश चौधरी सहित कई गणमान्य लोग शामिल थे। य़ह ट्रेन न्यू गिरिडीह स्टेशन और रांची के बीच चलेगी, जो यात्रियों को पहाड़ियों और घने जंगल जैसी प्राकृतिक सुंदरता की झलक के साथ यात्रा का एक नया अनुभव प्रदान करेगी। इंटरसिटी एक्सप्रेस को मंगलवार को पूर्व मध्य रेलवे के अंतर्गत न्यू गिरिडीह स्टेशन से हरी झंडी दिखाई गई। नई इंटरसिटी एक्सप्रेस में पारदर्शी छत वाला एक विस्टाडोम कोच होगा, जो यात्रियों को यात्रा का एक नया अनुभव देगा। वे बरकाकाना जंक्शन और मेसरा के माध्यम से मार्ग पर सुरम्य दृश्यों का आनंद ले सकते हैं। ट्रेन पहाड़ियों, चार सुरंगों और खूबसूरत परिदृश्य वाले कठिन इलाके से गुजरेगी। यह कोच बेहद खूबसूरत और सुखद अहसास कराने वाला होगा।
गुंबद के आकार वाली ट्रेन से मनोरम परिदृश्यों को देखना
विस्टाडोम दो शब्द- विस्टा और डोम से मिलकर बना है। विस्टा का अर्थ होता है परिदृश्य और डोम का अर्थ होता है गुंबद के आकार का, जिसका मतलब होता है गुंबद के आकार वाली ट्रेन से मनोरम परिदृश्यों को देखना। विस्टाडोम कोच अधिकतर पर्वतीय क्षेत्रों के मनोरम दृश्यों का आनंद प्रदान करने के लिए लगाए जाते हैं, इस तरह की ट्रेनें अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस होती हैं।
सीट 180 डिग्री पर घूम सकेगी
विस्टाडोम कोच में बड़े ग्लास की खिड़कियां हैं। इनमें छह पारदर्शी होंगी। यह यात्री को साइड के साथ ऊपर की तरफ के दृश्य देखने में मदद करेंगी। कोच का निर्माण आईसीएफ ने किया है। इस कोच में 42 से 44 यात्रियों के बैठने की व्यवस्था की गई है। इसकी सबसे बड़ी खासियत होगी इसकी शानदार सीट 180 डिग्री पर घूम सकेगी। शानदार पुशबैक होगी।ट्रेन का रूट ऐसा होगाइस कोच के माध्यम से सरकार पर्यटकों को आकर्षित करने पर फोकस कर रही है। यह ट्रेन जमुआ, धनवार, महेशपुर, कोडरमा, हजारीबाग टाउन, बड़काकाना-मेसरा और टाटीसिल्वे होते रांची तक का सफर करेगी।