

स्वास्थ्य मंत्री ने की बड़ी घोषणाएं
रांची। झारखंड के सबसे बड़े सरकारी अस्पताल रिम्स में मरीजों को अब शाम 6 बजे तक ओपीडी सुविधा उपलब्ध होगी। यह निर्णय संस्थान की 59वीं शासी परिषद की बैठक में लिया गया। स्वास्थ्य मंत्री इरफान अंसारी ने बताया कि रिम्स केवल एक मेडिकल कॉलेज नहीं, बल्कि राज्य की स्वास्थ्य व्यवस्था की “लाइफलाइन” है। उन्होंने कहा कि आने वाले दिनों में रिम्स की सेवाएं और बेहतर होंगी। बैठक में एक बड़ा फैसला अस्पताल में तैनात चौकीदारों और गार्डों को लेकर लिया गया। जल्द ही रिम्स के 380 गार्डों में से आधे (190) को हटाकर उनकी जगह प्राइवेट गार्ड रखे जाएंगे। इसके अलावा, अस्पताल के पूरे ढांचे में बदलाव पर भी सहमति बनी है।
सीटी-एमआरआई मशीनें और शव वाहनों की संख्या बढ़ेगी
स्वास्थ्य मंत्री इरफान ने बताया कि रिम्स में जल्द ही सीटी और एमआरआई मशीनें लगाई जाएंगी, ताकि मरीजों को बेहतर डायग्नोस्टिक सुविधाएं मिल सकें। साथ ही, वर्तमान में उपलब्ध 5 शव वाहनों के अतिरिक्त 5 नए वाहन खरीदे जाएंगे, जिससे दूरस्थ जिलों तक शव पहुंचाने में मदद मिलेगी।
मरीजों के परिवार को मिलेगी 5,000 रुपये की सहायता
एक महत्वपूर्ण घोषणा के तहत, रिम्स में इलाज के दौरान मरीज की मौत होने पर पीड़ित परिवार को 5,000 रुपये की आर्थिक सहायता दी जाएगी। साथ ही, आयुष्मान कार्ड धारकों को भी बेहतर सुविधाएं प्रदान करने पर जोर दिया गया।
डॉक्टरों को पदोन्नति और 100 नए स्टाफ की भर्ती
शासी परिषद ने रिम्स के डॉक्टरों को प्रोमोशन देने और अगले 15 दिनों में 100 गैर-तकनीकी कर्मचारियों की भर्ती का भी फैसला किया। इससे मरीजों के मेडिकल टेस्ट और प्रक्रियाओं में तेजी आने की उम्मीद है। बैठक में स्वास्थ्य विभाग के अपर मुख्य सचिव अजय कुमार सिंह, रिम्स निदेशक डॉ. राज कुमार और अन्य वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे।