रांची। कुवैत में बुधवार को हुए भीषण अग्निकांड में रांची के हिंदपीढ़ी के रहने वाले युवक अली की भी मौत हो गई है। हिंदपीढ़ी निजाम नगर के रहने वाले 22 वर्षीय अली हसन 18 दिन पहले ही नौकरी के लिए कुवैत गए थे।अब परिजन शव के आने का इंतजार कर रहे हैं। अली इसी साल 24 मई को ही कुवैत गए थे। कुवैत के सुपर मार्केट में अली बतौर सेल्समैन का काम कर रहा था। अली हसन के बड़े भाई आदिल हसन भी सऊदी में काम करते हैं। अली के परिजनों ने बताया कि कुवैत में आग की सूचना पर परिजनों ने बुधवार को कई बार अली से फोन पर संपर्क करने की कोशिश की, लेकिन संपर्क नहीं हो पाया। इसके बाद उसके भाई के द्वारा यह जानकारी मिली कि अली की आग में जलने की वजह से मौत हो गई है। अली के परिवार अब अली के शव का इंतजार कर रहे हैं, इसके लिए उन्होंने सरकार से भी मदद मांगी है। मुबारक हुसैन ने बताया कि अली अपने भाई बहनों में सबसे छोटा था। उसकी मौत की खबर से पूरा परिवार सदमे में है।
45 भारतीयों का आएगा शव
कुवैत के मंगाफ में 12 जून को लगी भीषण आग में मारे गए 45 भारतीयों के शव लेकर भारतीय वायुसेना का स्पेशल एयरक्राफ्ट C-130J भारत रवाना हो गया है। यह सुबह 10 से 11 बजे के बीच केरल के कोच्चि एयरपोर्ट पर लैंड करेगा, क्योंकि मृतकों में सबसे ज्यादा 23 लोग केरल के हैं। इसके बाद एयरक्राफ्ट दिल्ली आएगा। जान गंवाने वाले अन्य 22 लोगों में तमिलनाडु के 7, आंध्र प्रदेश-उत्तर प्रदेश के 3-3 और बिहार, ओडिशा, कर्नाटक, महाराष्ट्र, झारखंड, हरियाणा, पंजाब और पश्चिम बंगाल के 1-1 लोग हैं। एक मृतक किस राज्य का है, यह सामने नहीं आया है। कुवैत के मंगाफ शहर की एक बिल्डिंग में 12 जून को लगी आग में 49 लोगों की मौत हुई थी, जबकि 50 से ज्यादा लोग घायल हैं। इनमें से 48 शवों की DNA टेस्ट के जरिए पहचान की गई, जिसमें 45 भारतीय निकले, जबकि 3 फिलिपींस के हैं।
मृतक के परिजनों को 2 लाख मुआवजा
घटना को देखते हुए बुधवार को PM मोदी ने दिल्ली में हाई-लेवल मीटिंग की। बैठक में घोषणा की गई कि मरने वाले भारतीयों के परिवारों को प्रधानमंत्री राहत कोष से 2 लाख रुपए का मुआवजा दिया जाएगा। वहीं NRI बिजनेसमैन और UAE के लुलु ग्रुप के चेयरमैन ने मृतकों के परिवार को 5 लाख रुपए की मदद देने का ऐलान किया है।