भाजपा नेता अनिल टाइगर की हत्या के विरोध में आज रांची बंद | बंद को लेकर कई स्कूलों में छुट्टी


एक अपराधी को पुलिस ने धर दबोचा
रांची। भाजपा नेता अनिल टाइगर की हत्या के विरोध में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने गुरुवार, 27 मार्च को रांची बंद का आह्वान किया है। अनिल टाइगर भाजपा के रांची ग्रामीण जिला महामंत्री और पूर्व जिला परिषद सदस्य थे, जिन्हें बुधवार को दिनदहाड़े रांची के कांके चौक पर अज्ञात हमलावरों ने गोली मारकर हत्या कर दी। हालांकि पुलिस ने गोलीबारी की वारदात को अंजाम देने वाले एक अपराधी को गोली मारकर घायल कर दिया। इसके बाद उसे पुलिस ने पकड़ लिया। गिरफ्तार अपराधी का नाम रोहित वर्मा है व वह पुंदाग का रहने वाला है। पूछताछ में आरोपी ने पुलिस को कई अहम जानकारी दी है। इस घटना के बाद भाजपा नेताओं ने राज्य सरकार पर कानून-व्यवस्था विफल होने का आरोप लगाया है।
कानून व्यवस्था पर बाबूलाल ने उठाए सवाल
रिम्स पहुंचे भाजपा के वरिष्ठ नेताओं ने सरकार को घेरते हुए तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष और विपक्ष के नेता बाबूलाल मरांडी ने कहा कि झारखंड में अपराधियों को खुली छूट मिली हुई है और सरकार ने कानून-व्यवस्था को पूरी तरह नष्ट कर दिया है। उन्होंने अनिल टाइगर की हत्या को पार्टी के लिए एक बड़ा झटका बताते हुए उनके परिवार के प्रति संवेदना जताई। इसके अलावा, पार्टी के संगठन महामंत्री कर्मवीर सिंह, पूर्व केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा और पूर्व विधायक समरी लाल सहित कई नेताओं ने मृतक के परिजनों से मुलाकात की। वहीं, रांची बंद को लेकर कई स्कूलों में छुट्टी कर दी गई है।
सड़क पर उतरेंगे विधायक
भाजपा ने इस हत्या के विरोध में 27 मार्च को रांची बंद की घोषणा करते हुए आम जनता, बुद्धिजीवियों और सभी संगठनों से समर्थन का अनुरोध किया है। पार्टी के मीडिया प्रभारी शिवपूजन पाठक ने कहा कि यह बंद राज्य की चरमराई हुई कानून-व्यवस्था के खिलाफ एक जनआक्रोश है। इसी कड़ी में जदयू के प्रदेश अध्यक्ष खीरु महतो ने भी बंद को समर्थन देते हुए कहा कि राज्य में अपराधियों का बोलबाला है और पुलिस-प्रशासन निष्क्रिय बना हुआ है। वहीं, बंद को सफल बनाने व कानून व्यवस्था को लेकर बीजेपी के विधायक सड़क पर उतरेंगे।
आजसू ने बंद का समर्थन किया
वहीं, आजसू ने भी इस हत्या की निंदा करते हुए रांची बंद का समर्थन किया है। आजसू जिला अध्यक्ष संजय महतो ने बताया कि अनिल टाइगर ने अपने राजनीतिक जीवन की शुरुआत आजसू से की थी। पार्टी के प्रमुख सुदेश महतो ने कहा कि हेमंत सोरेन सरकार जनता की सुरक्षा के प्रति लापरवाह है। उन्होंने कटाक्ष करते हुए कहा, “जब जनप्रतिनिधि सुरक्षित नहीं हैं, तो आम नागरिकों की सुरक्षा की जिम्मेदारी कौन लेगा?” इस घटना ने एक बार फिर राज्य में बढ़ते अपराध और सरकारी निष्क्रियता पर सवाल खड़े कर दिए हैं। जदयू, रांची महावीर मंडल, जेएलकेएम ने भी बंद का समर्थन किया है।
कांके चौक के पास मारी गई गोली
कांके इलाके में जिला परिषद के पूर्व सदस्य अनिल टाइगर को अज्ञात अपराधियों के द्वारा गोली मार हत्या दी गई। कांके चौक के पास अपराधियों ने इस वारदात को अंजाम दिया। अनिल टाइगर किसी काम के सिलसिले में आकर कांके चौक के पास खड़े थे। इसी दौरान अपराधियों ने उनको गोली मार दी और मौके से फरार हो गए। गोली लगने के बाद अनिल टाइगर जमीन पर गिर पड़े। आस पास मौजूद लोगों ने उन्हें आनन -फानन में रांची के रिम्स अस्पताल पहुचाया, लेकिन डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। अनिल टाइगर कांके इलाके के ही रहने वाले थे। वो कोकर में चड्डा पेट्रोल पंप के पास रहते थे। उनकी हत्या के बाद कांके इलाके में गम का माहौल है। कांके महावीर मंडल का दो दिन पहले ही अनिल टाइगर को अध्यक्ष बनाया गया था।
आक्रोशित लोगों कांके जाम चौक किया
घटना से आक्रोशित लोगों ने कांके और बूटी मोड़ चौक को जाम कर दिया। बांस बल्ली लगाकर और टायर जलाकर सरकार और पुलिस प्रशासन के खिलाफ जमकर प्रदर्शन किया। इस दौरान आक्रोशित भीड़ कांके चौक से एक भी वाहनों को गुजरने नहीं दिया। घटना की जानकारी मिलने के बाद ग्रामीण एसपी सुमित कुमार अग्रवाल समेत कई पुलिस पदाधिकारी फोर्स के साथ मौके पर पहुंचे। देर शाम समझा-बुझाकर जाम हटवाया गया।