रामनवमी महोत्सव : सीएम हेमंत सोरेन ने बाइक रैली की नई परंपरा पर रोक लगाने का आदेश दिया


दहशतगर्तों पर कड़ी नजर रखी जाए
रांची। कांके रोड स्थित मुख्यमंत्री आवासीय कार्यालय में आज मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन ने रामनवमी महोत्सव के दौरान राज्य में विधि-व्यवस्था बनाए रखने को लेकर उच्चस्तरीय बैठक आयोजित की। बैठक में अधिकारियों को निर्देश दिया गया कि अफवाह फैलाने वाले या अराजक तत्वों के खिलाफ सख्त कार्रवाई सुनिश्चित करें और त्योहार को शांति, भाईचारे एवं सद्भाव के साथ मनाने के लिए हर संभव प्रयास करें।
संवेदनशील क्षेत्रों पर रहेगी विशेष निगरानी
मुख्यमंत्री ने कहा कि रामनवमी पर आयोजित होने वाली शोभायात्राओं और धार्मिक कार्यक्रमों के दौरान संवेदनशील इलाकों में चौकसी बढ़ाई जाए। उन्होंने जोर देकर कहा कि पहले से चिन्हित ऐसे स्थान, जहां घटनाएं होने की आशंका अधिक है, वहां पुलिस तैनाती और निगरानी प्रभावी होनी चाहिए। साथ ही, लाइसेंसी और गैर-लाइसेंसी अखाड़ा समितियों को हाईकोर्ट के आदेशानुसार डीजे बजाने से संबंधित नियमों की जानकारी देना और उल्लंघन करने वालों पर कार्रवाई करना सुनिश्चित किया जाए।
बाइक रैली पर प्रतिबंध और सुरक्षा उपाय
मुख्यमंत्री ने पिछले कुछ सालों में शुरू हुई बाइक रैली की नई परंपरा पर रोक लगाने का आदेश दिया। उन्होंने कहा कि यह रैली आम नागरिकों और आयोजकों दोनों के लिए खतरनाक साबित हो सकती है। इसके अलावा, शोभायात्रा के दौरान सीसीटीवी, ड्रोन और शारीरिक निरीक्षण के जरिए निगरानी रखने, शांति समितियों के साथ समन्वय बनाए रखने और आपत्तिजनक संगीत बजने से रोकने के निर्देश दिए गए। साथ ही, यात्रा समाप्ति के बाद लोगों को सुरक्षित घर पहुंचाने की व्यवस्था पर भी जोर दिया गया।
परंपराओं का सम्मान और नए आयोजनों पर रोक
मुख्यमंत्री ने कहा कि रामनवमी की पारंपरिक रीतियों के अनुसार आयोजनों में किसी तरह की बाधा न डाली जाए। हालांकि, परंपरा से हटकर किए जाने वाले नए प्रकार के जुलूस या शोभायात्राएं, जो कानून-व्यवस्था को भंग कर सकती हैं, उन पर तत्काल प्रतिबंध लगाया जाए। उन्होंने अधिकारियों से आग्रह किया कि विभिन्न समुदायों के बीच तनाव या झड़प की स्थिति न उत्पन्न होने दें और अफवाहों का त्वरित खंडन कर सकारात्मक संदेश प्रसारित किए जाएं।
बैठक में शामिल प्रमुख अधिकारी
इस बैठक में मुख्य सचिव अलका तिवारी, अपर मुख्य सचिव अविनाश कुमार, गृह विभाग की प्रधान सचिव वंदना दादेल, डीजीपी अनुराग गुप्ता सहित अन्य वरिष्ठ पुलिस अधिकारी और वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से जिलों के उपायुक्त एवं पुलिस अधिकारी उपस्थित रहे।