JSSC कार्यालय घेराव : पुलिस पर पत्थरबाजी करने वाले 16 छात्र पर नेमड व 1 हजार पर अज्ञात FIR दर्ज
रांची। झारखंड कर्मचारी चयन आयोग कार्यालय घेराव करने वा jssc-cgl परक्षी रद्द करने आए छात्रों के द्वारा रात में पुलिस पर पत्थरबाजी करने पर FIR दर्ज किया गया है। मिली जानकारी के 16 छात्रों पर नेमड व 1 हजार अज्ञात पर FIR दर्ज नामकुम थाना में किया गया है। शाम 7 बजे के करीब छात्र अचानक उग्र हो गए व पुलिस पर पत्थरबाजी करने लगे। इस पत्थरबाजी में कई पुलिसकर्मी घायल हो गए। छात्रों ने पत्थर के साथ-साथ बोतलें भी पुलिस के ऊपर फेंके। बता दें कि JSSC की ओर से 21-22 सितंबर को आयोजित jssc-cgl की परीक्षा को रद्द कराने को लेकर आज झारखंड के विभिन्न जिलों से आए छात्रों ने सुबह से झारखंड कर्मचारी चयन आयोग का कार्यालय का घेराव किया। छात्रों के घेराव करने को लेकर प्रशासन ने अपनी पूरी तैयारी कर रखी । सुबह से ही रोड से लेकर कार्यालय तक बैरिकेडिंग कर दी गई थी। भारी संख्या में पुलिस के जवानों को कार्यालय में पास तैनात किया गया था। मजिस्ट्रेट के अलावा नामकुम व कांके थाना प्रभारी भी मौके पर मौजूद थे। 12 बजे तक छात्रों की संख्या कम थी। लेकिन 2 बजे के बाद छात्रों की संख्या बढ़ गई थी। सभी छात्र कार्यालय के समीप मैदान पर आकर नारेबाजी करने लगे। छात्र अपने साथ बैनर पोस्टर लेकर आए थे। छात्रों का एक ही डिमांड था परीक्षा को रद्द किया जाए।
वार्ता के बाद छात्र उग्र हुए, फिर चलाने लगे पत्थर
शाम में JSSC अधिकारियों व छात्रों के साथ वार्ता हुई। अधिकारियों ने छात्रों से परीक्षा में हुई गड़बड़ी व पेपर लीक के सबूत मांगे। लेकिन छात्र नहीं दे पाए। अधिकारियों ने छात्रों को बताया कि जबतक जांच चल रही है रिजल्ट प्रकाशित नहीं किया जाएगा। इसके बाद छात्र ऑफिस से निकल बाहर आए। छात्र नेता जैसे ही माइक में अधिकारियों से हुई वार्ता के बारे बताया तो छात्र उग्र हो गए। छात्रों ने कहा कि परीक्षा का रिजल्ट प्रकाशित नहीं करने से बात नहीं चलेगी। हरहाल में परीक्षा को रद्द करना पड़ेगा। इसके बाद छात्र चिल्लाने लगे, सरकार मुर्दाबाद के नारे लगाने लगे। इसी बीच अचानक भीड़ से पत्थरबाजी शुरू हो गई।
कांके थाना प्रभारी को पत्थर से लगी चोट
छात्रों ने मैदान के पास लगे बैरिकेडिंग को धक्का मारकर हटा दिया। पत्थरबाजी से पुलिस बचना चाहे लेकिन कई पुलिसकर्मियों को चोट लग गई। वाटर कैनन के गाड़ी के शीशे भी छात्रों ने तोड़ दिए।पत्थरबाजी में कई पुलिसकर्मी घायल हो गए। कांके थाना के प्रभारी को पत्थर से उंगुली में गंभीर छोट लगी, जिससे खून निकलने लगी। उग्र छात्रों को बार बार पुलिस पत्थर नहीं चलाने को कहते रहे। मजिस्ट्रेट ने माइक से एलान किया की आप सब कानून अपने हाथ में न लें। अगर आप पत्थरबाजी या कुछ गलत व्यवहार करेंगे तो वाटर कैनन व आंसू गैस का इस्तेमाल कर दिया जाएगा। इस एलान के बाद छात्र शांत हो गए। फिर खुली मैदान में परीक्षा रद्द करने की मांग करते रहे। रात करीब 10 बजे के बाद छात्र मैदान छोडकर अपनी घर की ओर जाने लगे। आंदोलन को छात्र खत्म कर दिए हैं।