
“इतिहास में कभी-कभी ऐसा क्षण आता है जब हम पुराने से नए युग में कदम रखते हैं, जब एक युग समाप्त होता है और जब किसी राष्ट्र की लंबे समय से दबाई गई आत्मा को अभिव्यक्ति मिलती है। आज रात, हमने पुराने से नए युग में कदम रख लिया है।” – जोहरान ममदानी
डेमोक्रेटिक सोशलिस्ट उम्मीदवार जोहरान ममदानी ने न्यूयॉर्क सिटी के मेयर पद के चुनाव में ऐतिहासिक जीत दर्ज करते हुए एक नया अध्याय लिख दिया है। 34 वर्षीय ममदानी ने पूर्व गवर्नर एंड्रयू कुओमो (निर्दलीय) और रिपब्लिकन उम्मीदवार कर्टिस स्लीवा को हराकर अमेरिका के इस सबसे बड़े महानगर का नेतृत्व संभाला है। वह 1 जनवरी, 2026 को पदभार ग्रहण करेंगे।
जीत के मायने: एक नया युग
ममदानी की जीत कई मायनों में ऐतिहासिक है:
- पहले मुस्लिम मेयर: वह न्यूयॉर्क सिटी के इतिहास में मेयर बनने वाले पहले मुस्लिम व्यक्ति हैं।
- पहले दक्षिण एशियाई मेयर: वह पहले अफ्रीकी मूल के और दक्षिण एशियाई मूल के मेयर भी हैं।
- सबसे युवा मेयर: वह एक सदी से भी अधिक समय में न्यूयॉर्क के सबसे युवा मेयर बनने जा रहे हैं।
ममदानी को 50.6 प्रतिशत वोट मिले, जबकि उनके निकटतम प्रतिद्वंद्वी एंड्रयू कुओमो को 41.3 प्रतिशत वोट मिले। इस चुनाव में 20 लाख से अधिक न्यूयॉर्कवासियों ने मतदान किया, जो 1969 के बाद सबसे अधिक मतदान है, जो शहर में एक बड़े राजनीतिक उथल-पुथल का संकेत देता है।
भारत से कनेक्शन और साधारण जीवन
युगांडा में जन्मे ममदानी मशहूर भारतीय-अमेरिकी फिल्म निर्माता मीरा नायर और प्रोफेसर महमूद ममदानी के बेटे हैं। ममदानी की जड़ें भारत और अफ्रीका से जुड़ी हैं।
- सादगी: अपने प्रगतिशील एजेंडे की तरह, उनका जीवन भी बेहद सादा है। ममदानी के पास कोई कार नहीं है और वह अक्सर सबवे का उपयोग करते हैं। वह किराया-स्थिर (rent-stabilized) अपार्टमेंट में रहते हैं, जिसकी मासिक कीमत लगभग $2,250 है।
- हिंदी में प्रचार: भारतीय मूल के मतदाताओं तक पहुंचने के लिए उन्होंने अपने अभियान का प्रचार हिंदी भाषा में भी किया।
कामगार बनाम अरबपति’ की लड़ाई
ममदानी ने अपने पूरे अभियान को “कामगार बनाम अरबपति” की लड़ाई के रूप में प्रस्तुत किया। उनके एजेंडे में निम्न पर विशेष जोर था:
- किराया फ्रीज: किराया-स्थिर इकाइयों पर किराया नहीं बढ़ाया जाएगा।
- सामाजिक सुरक्षा: मुफ्त सिटी बस सेवाएं और सभी के लिए सार्वजनिक शिशु देखभाल (Universal Child Care) लागू करना।
- आर्थिक न्याय: शहर के सबसे धनी निवासियों पर टैक्स बढ़ाना।
उनका यह प्रगतिशील रुख टैक्सी चालकों, छात्रों, कलाकारों और छोटे व्यवसायियों के बीच काफी लोकप्रिय रहा।
ट्रंप की आलोचना को किया दरकिनार
पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने ममदानी की कड़ी आलोचना की थी और उन्हें “कम्युनिस्ट उम्मीदवार” करार देते हुए चेतावनी दी थी कि अगर वह जीते तो न्यूयॉर्क की संघीय फंडिंग सीमित कर दी जाएगी। ट्रंप ने ममदानी को यहूदी-विरोधी भी बताया था। इन तमाम विरोधों के बावजूद, ममदानी ने जमीनी स्तर पर मजबूत कैंपेन चलाकर जीत हासिल की।
जीत के बाद ममदानी ने अपनी पहली एक्स पोस्ट में सिटी हॉल में खुलती हुई एक मेट्रो ट्रेन का वीडियो साझा किया, जिस पर “जोहरान फॉर न्यूयॉर्क सिटी” लिखा था। उन्होंने अपने विजय भाषण में जवाहरलाल नेहरू के प्रसिद्ध “नियति के साथ भेंट” (Tryst with Destiny) भाषण का भी ज़िक्र किया।





